- वही फूफा ओटीटी एप वालों से नाराज है और जिन्दा भी है
- जयहिंद ने ओटीटी एप 24 घंटे का समय देते हुए कहा कि वो अपनी गलती स्वीकारे और असली फुफाओं के संघर्ष को भी जनता को दिखाएं
India News (इंडिया न्यूज),Thara Fufa Zinda Hai Muhim,पानीपत : सोमवार को नवीन जयहिंद और उनके साथी पानीपत में नशे और बेरोजगारी के खिलाफ कावड़ यात्रा लाने पर दर्ज हुए मामले की सुनवाई में पेश हुए। जज प्रदीप चौधरी की कोर्ट मे केस की सुनवाई हुई और अगली तारीख अगस्त महीने की दी गई। इस के बाद नविन जयहिंद ने आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी यात्रा नशे के खिलाफ और बेरोजगारी को लेकर थी। युवाओं में बढ़ रहा नशा और अपराध चिंता का विषय है। ऐसे में सरकार और समाज को मिल कर इसे खत्म करने के लिए कदम उठाना चाहिए।
बुर्जुगों, दिव्यांगों के लिए चलाई मुहीम का नाम रखा था “थारा फूफा जिंदा है
उनकी ये यात्रा पूरी तरह से समाज को समर्पित थी और वो भोलेनाथ के भगत है व आगे भी इस तरह से वो कावड़ यात्रा लाते रहेंगे। इस मौके पर पत्रकारों द्वारा एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ रही “थारा फूफा जिंदा है। सीरीज को सवाल पूछा तो जयहिंद ने बताया कि उनका न तो इस एप से कोई लेना देना है और न ही इस सीरीज से। उन्होंने प्रदेश के बुर्जुगों, दिव्यांगों और विधवाओं के लिए मुहीम चलाई थी। जिसका नाम “थारा फूफा जिंदा है” रखा गया।
एप वाले तो कंटेंट चोर निकले
उन्होंने कहा कि इस मुहिम का नेतृत्व 104 वर्षीय दादा दुलीचंद ने किया था। लेकिन ओटीटी एप वालों ने ना तो उनसे कोई संपर्क किया और ना हीं दादा दुलीचंद से। उन्होंने कहा कि कोई धन का चोर होता है, कोई मन का चोर कोई तन का लेकिन एप वाले तो कंटेंट चोर निकले। नवीन ने आगे कहा कि परिवार पहचान पत्र में हुई गड़बड़ को लेकर के यह मुहिम पूरे प्रदेश में चली थी और देश-विदेश की मीडिया ने इसे कवर किया था। आज वही फूफा ओटीटी एप वालों से नाराज है और जिन्दा भी है। जयहिंद ने कहा नीरज चोपड़ा इस एप के ब्रांड एंबेसडर भी उन्हें तो मालूम भी नहीं होगा कि ये एप कंटेंट चोरी कर सीरीज बना रही है।
ओटीटी एप को 24 घंटे का दिया समय
जयहिंद ने आगे कहा कि एप की इस सीरीज से न उन्हें कोई पैसा मिला और न ही दादा दुलीचंद सहित प्रदेश के उन तमाम फूफा और बुआओं को जिन्होंने अपने संघर्ष की ये लडाई लड़ी। उन्हें कोई समस्या नहीं है कि एप या कोई और प्लेटफॉर्म कोई सीरीज बनाएं, लेकिन किसी का कंटेंट चोरी करके सीरीज बनाकर पैसे कमाए वो गलत है। वे इस सीरीज से हुई कमाई को अगर वृद्ध आश्रम अनाथ आश्रम में देते हैं, तो उन्हें बहुत खुशी होगी, लेकिन किसी के संघर्ष को चोरी कर अपने घर भरे ये कतई मंजूर नहीं। जयहिंद ने ओटीटी एप 24 घंटे का समय देते हुए कहा कि वो अपनी गलती स्वीकारे और असली फुफाओं के संघर्ष को भी जनता को दिखाएं।
नेताओं के लिए फूलों और जूतों की माला तैयार रखें जनता
जयहिंद पत्रकारों द्वारा चुनाव लड़ने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि मीडिया उन्हें कभी बीजेपी से चुनाव लड़वा देती है तो कभी कांग्रेस से। उन्हें जब भी चुनाव लड़ना होगा तो वो जरूर बताएंगे। जयहिंद ने आगे कहा कि वह जल्द ही जनता के बीच नेताओं के लिए जूते की माला लेकर उतरेंगे। वह नेताओं का इस तरह से रास्ता रोकने और उनके साथ बदतमीजी करने के समर्थन में नहीं है, बल्कि इससे गांव का भाईचारा ही खराब होता है। अगर किसी नेता से आपको परेशानी है, तो उसे अपने पास बुलाए और अपने सवाल उनसे करें। नेताओं के लिए फूलों की माला और जूते की माला साथ रखें।