- सुशील गुप्ता और नवीन के बीच रही कांटे की टक्कर
India News Haryana (इंडिया न्यूज), Navin Jindal Won Kurukshetra Lok Sabha Seat : कुरुक्षेत्र लोक सभा सीट पर चुनाव से कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए प्रत्याशी नवीन जिंदल ने जीत कर भाजपा और अपनी साख को बचा लिया है, चूंकि इस सीट पर मुकाबला काफी रोमांचक रहा। मतगणना के शुरुआती रुझानों में जहां इंडिया गठबंधन प्रत्याशी सुशील गुप्ता को बढ़त मिलती रही, वहीं नवीन उनसे पिछड़ते रहे, दोपहर बाद एकदम रुझान बदला और नवीन को बहुत कम मार्जिन के साथ बढ़त मिलनी शुरू हुई।
हालांकि यहां मुकाबला त्रिकोणीय रहा। सुशील गुप्ता और नवीन के बीच जहां कांटे की टक्कर रही, वहीं इनेलो प्रत्याशी अभय चौटाला भी 60 हजार प्लस वोट लेने में सफल रहे। वहीं मतगणना के आंकड़ों के मुताबिक नवीन ने 26021 वोटों की मार्जिन से जीत हासिल की।
Navin Jindal Won Kurukshetra Lok Sabha Seat : भारत में एक महत्वपूर्ण कारोबारी हैं नवीन
उद्योगपति नवीन जिंदल को न केवल हरियाणा बल्कि पूरे भारत में एक महत्वपूर्ण कारोबारी माना जाता है। उद्योगपति ओम प्रकाश जिंदल के सबसे छोटे बेटे नवीन का जन्म 1970 में हुआ था। महिला सशक्तिकरण के भी समर्थक, वे अब जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड और ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के प्रमुख हैं। 2006 के लिए, विश्व आर्थिक मंच ने 250 वैश्विक युवा नेताओं की वार्षिक सूची में शीर्ष 25 भारतीयों में से एक के रूप में नवीन जिंदल को शामिल किया।
राजनीति से नाता बचपन में ही जुड़ गया था
कांग्रेस पार्टी के सदस्य एवं जिंदल एक सक्रिय राजनीतिज्ञ भी थे और उन्होंने दो बार (2004-2014) लोकसभा में कुरुक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि, वे 2014 के राष्ट्रीय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के राज कुमार सैनी से हार गए और 2019 में कांग्रेस ने उन्हें मैदान में नहीं उतारा। जिंदल का राजनीति से नाता बचपन में ही जुड़ गया था। वे छात्र आंदोलनों में सक्रिय रूप से शामिल थे, टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने।
अमेरिका में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के बाद जिंदल भारत लौट आए और राजनीतिक मामलों में अपने पिता की मदद की। 2004 में जिंदल हरियाणा के प्रतिष्ठित कुरुक्षेत्र निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार थे और लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे। उन्होंने उस चुनाव और उसके बाद के चुनाव में सीट जीती। लोकसभा 2024 चुनाव पूर्व ही नवीन ने कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपाका दामन थाम लिया था, जिसके बाद भाजपा ने ने नवीन को कुरुक्षेत्र लोकसभा से नवीन को भाजपा उम्मीदवार घोषित किया।
नवीन जिंदल ने एक व्यापक खाद्य एवं पोषण सुरक्षा योजना के लिए एक निजी सदस्य विधेयक पेश किया, जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम का आधार बना। साथ ही, जिंदल के निरंतर प्रयासों और इस मुद्दे के प्रति लंबे समय तक प्रतिबद्धता के बाद ही भारतीय नागरिकों को सभी दिनों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का अधिकार मिला। इस विषय पर जिंदल के मामले में ही भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में एक ऐतिहासिक निर्णय में फैसला सुनाया कि प्रत्येक भारतीय को तिरंगा फहराने का अधिकार है।
जिंदल का विवादों से भी नाता – 2012 के कोलगेट घोटाले में संलिप्तता के आरोपों से लेकर उनकी कंपनियों को खनन आवंटन में अनुचित वरीयता तक।