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NHM Strike : हड़तालरत कर्मचारियों के सेवा नियमों को तुरंत प्रभाव से फ्रीज करने के आदेश

• LAST UPDATED : August 1, 2024
  • नोटिस देकर हड़ताल पर हैं, बर्खास्त कैसे कर देंगे: जितेंदर वत्स

India News Haryana (इंडिया न्यूज),  NHM Strike : हरियाणा में पिछले काफी दिनों से एनएचएम कर्मियों की हड़ताल जारी है जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार के वित्त विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए हड़तालरत कर्मचारियों के सेवा नियमों को तुरंत प्रभाव से फ्रीज करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

जानकारी देते हुए डायरेक्टर मिशन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि अब नियमों के तहत 7 दिनों तक ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारी स्वत: ही बर्खास्त हो जाएंगे। जिस पर एनएचएम सांझा मोर्चा से स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कहा कि नियमावली हमने भी पढ़ी है। उन्होंने पुन: कहा कि हम अपनी मांगों के पूरा होने तक न हड़ताल खत्म करेंगे और न कोई ड्यूटी पर जाएगा।

NHM Strike : दूसरे राज्यों में आधी तनख्वाह, पक्का करने का नियम नहीं

एनएचएम के डायरेक्टर डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि एनएचएम सांझा मोर्चा के साथ बैठक में सातवें पे-कमीशन लागू करने की मांग मान ली गई थी। लेकिन कर्मचारियों की कई मांगें नियमों के आधार पर मानी नहीं जा सकती हैं।

दूसरे राज्यों में एनएचएम कर्मियों को भुगतान करने के लिए 40 प्रतिशत राज्य और 60 प्रतिशत केंद्र सरकार पैसा देती है। जबकि हरियाणा में 80 प्रतिशत राज्य सरकार की ओर भुगतान किया जाता है। दूसरे राज्यों से हरियाणा एनएचएम के कर्मियों की तनख्वाह तीन गुणा अधिक है। पक्का करने का नियम ही नहीं है।

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री जितेंदर वत्स ने कड़े शब्दों में कहा कि ट्रेड यूनियन के तहत बाकायदा नोटिस देकर कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। सभी को अपनी मांग रखने का हक है। ऐसे कैसे बर्खास्त कर देंगे।

ये हैं मांगें

  • एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल सुविधा प्रदान की जाए।
  • एलटीसी, ग्रेजुटी व एक्सग्रेशिया का लाभ दिया जाए।
  • एनएचएम कर्मचारियों को सेवा अनुसार ईएल, स्टडी लीव, ट्युशन फीस का लाभ दिया जाए।
  • आयुषमान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए तथा साथ ही बॉड प्रथा को समाप्त किया जाए।
  • एनएचएम कर्मचारियों को एचआर की एवज में नियमानुसार स्वास्थ्य विभाग में क्र्वाटर अलॉट किया जाए।
  • एनएचएम कर्मचारियों को ट्रांसफर सुविधा दी जाए जोकि कुछ समय पहले ली गई है। वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मचारियों द्वारा दी गई हड़ताल अवधि का वेतन प्रदान किया जाए व समय अवधि को सेवा अवधि में गणना की जाए।
  • एनएचएम कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए।

हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा असर

एनएचएम कर्मियों की हड़ताल के चलते कई दिनों से लेबर रूम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रैफरल ट्रांसपोर्ट, मेंटल हेल्थ, स्कूल हेल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, सभी सीएचओ व रिपोटिंग के कार्य प्रभावित हैं।

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