फरीदाबाद/देवेंद्र कौशिक
अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की जन्मभूमि फरीदाबाद में कई खेलों की टीमें हैं, लेकिन खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए कोच नहीं हैं, जिसमें क्रिकेट, बॉक्सिंग, हैंडबॉल, कबड्डी शामिल हैं, जिसके चलते हरियाणा राज्य खेल परिसर फरीदाबाद में इन खेलों की सुचारू रूप से कोचिंग नहीं हो पा रही है।
एक तरफ जहां सरकार खेलेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया का नारा दे रही है, वहीं फरीदाबाद में पिछले काफी समय से कई खेलों की कोचिंग बिना कोच के बंद पड़ी हुई है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि बिना कोचिंग के कैसे खिलाड़ी खेलेंगे और कैसे इंडिया बढ़ेगा, दरअसल फरीदाबाद में भारी संख्या में युवा खिलाड़ी खेलों की कोचिंग लेने के लिए हरियाणा राज्य खेल परिषद फरीदाबाद में आते हैं, यहां पर 19 प्रकार के विभिन्न खेलों की कोचिंग दी जाती है जिनमें एथलेटिक्स, हॉकी, शूटिंग सहित अन्य खेल शामिल हैं, लेकिन बॉक्सिंग ,हैंडबॉल, क्रिकेट, कबड्डी जैसे खेलों के लिए यहां पर कोच की कोई व्यवस्था नहीं है, हरियाणा राज्य खेल परिसर में मिलने वाली कोचिंग नि:शुल्क होती है, ऐसे में खेलों में जाने वाले गरीबों के बच्चे भी यहां पर कोचिंग ले सकते हैं, लेकिन इन खेलों में रुचि रखने वाले बच्चों को कोचिंग के लिए निजी एकेडमी का ही सहारा लेना पड़ रहा है।
जिला खेल अधिकारी ने बताया की उनके यहां पर निश्चित रूप से कई खेलों के कोच की कमी है, जिसकी वजह से कोचिंग नहीं हो रही है साथ ही उन्होंने कहा कि विभाग को उन्होंने इसके लिए लिख कर भेजा हुआ है, लेकिन अभी तक कोच की नियुक्ति नहीं हुई है, उन्होंने बताया कि आगे आने वाले समय में कोचों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य स्तरीय नेशनल स्तर सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों से संपर्क किया जाएगा और उनसे बच्चों को कोचिंग दिलाई, बॉक्सिंग, क्रिकेट, हैंडबॉल, कबड्डी यह वो खेल हैं, जो आज के समय में बेहद महत्वपूर्ण हैं और सबसे ज्यादा युवा इन्हीं खेलों को पसंद कर रहे हैं, ऐसे मे कोचों की नियुक्ति इन खेलों पर ना होने के चलते बच्चों को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जबकि इन खेलों के लिए हरियाणा राज्य खेल परिषद के पास हर एक खेल से जुड़ी चीजें हैं।