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सदन में एक-दूसरे को घेरेंगे सत्ताधारी व विपक्षी दल
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दोनों ने एक दिन पहले विधायक दल की बैठक कर एक-दूसरे को घेरने की रणनीति बनाई
डॉ. रविंद्र मलिक, India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Vidhansabha Monsoon Session, चंडीगढ़ : पिछले कुछ समय से हरियाणा में सत्ताधारी और विपक्षी पार्टियों में घमासान मचा हुआ है। पिछले महीने नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद तो राजनीतिक गलियारों में खासी उठापटक हुई। मामले को लेकर सत्ताधारी दल कहीं न कहीं बैकफुट पर दिखे। हरियाणा का मानसून विधानसभा सत्र आज से शुरू हो गया है। सभी दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं। सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल ने सदन में एक-दूजे को घेरने की प्लानिंग के तहत विधायक दल की बैठक बुलाकर इसकी रणनीति पर मंथन किया गया। इसके अलावा सीईटी एग्जाम में दूसरे दिन पुराने वाले 40 से ज्यादा रिपीट होने पर भी विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो वहीं सरकार ने इसका जवाब देने की रणनीति पर जमकर मंथन किया।
बाढ़ के चलते हुए जानमाल के नुकसान और मुआवजे पर भी होंगे आमने सामने
हरियाणा में इस बार मानसून में भारी बरसात के चलते व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ। मामले को लेकर सत्ताधारी भाजपा व जजपा और विपक्षी कांग्रेस और इनेलो के बीच मुद्दे खींचतान जारी है। विपक्षी दल लगातार मांग कर रहे हैं कि पीड़ित लोगों को तुरंत प्रभाव से मुआवजा मिले। बता दें बाढ़ के चलते हजारों एकड़ फसल पूरी तरह से तबाह हो गई और भारी जानमाल का नुकसान भी हुआ है।
जानकारी के अनुसार इस बार 12 जिलों में बाढ़ की अधिकारिक घोषणा की गई और वहां पर लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ। लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंचा और 46 लोगों की बाढ़ के चलते मौत भी हो गई। बाढ़ के चलते हुए नुकसान को लेकर किसान और अन्य पीड़ित लोग सड़कों पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे मामले को लेकर कांग्रेसी वालों की पूरी कोशिश होगी कि सरकार को इस मामले पर घेरा जाए। वहीं सत्ताधारी भाजपा व जजपा की कोशिश होगी कि मजबूत से कांग्रेस के सवालों के जवाब दे।
59 विधायकों की तरफ से 655 सवाल आए, 60 सदन में रखे जाएंगे
मानसून सत्र के लिए 59 विधायकों के 655 सवाल आए, 60 चुने गए और विधानसभा सत्र तीन दिन चलेगा। सुरक्षा इंतजाम पुख्ता रहेंगे। इसको लेकर यूटी प्रशासन, पंजाब और अन्य संबंधित अधिकारियों से बैठक भी हो चुकी है। कुल 655 सवालों में से 396 तारांकित सवाल रहेंगे तो बाकी 259 अतारांकित सवाल पूछे। कुल 60 सवाल ही इनमें से पूछे जा सकते हैं और उनको ड्रा द्वारा चुन लिया गया है। इसमें सभी पार्टियों के विधायक हैं। वहीं कुल 23 कालिंग अटेंशन मोशन आए हैं। इसके अलावा चार स्थगन प्रस्ताव, और 1 गैर सरकारी प्रस्ताव प्राप्त हुआ। इसके अलावा दो शॉर्ट डिस्कशन और 1 प्राइवेट मेंबर बिल प्राप्त हुआ है।
कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए किया मंथन
कई मुद्दों को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस लगातार भाजपा पर हमलावर है। भाजपा को सदन में घेरने के लिए नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस दिग्गज भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाकर सदन में सरकार पर हमला बोलने की रणनीति पर चर्चा किया। इसमें हुड्डा खेमे के विधायक मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में दूसरे खेमे के रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी भी सदन के बाहर लगातार सत्ताधारी पार्टी को घेर रहे हैं। किरण चौधरी ने कहा कि उन्होंने 20 से 25 सवाल लगाए थे, लेकिन उनका एक ही प्रश्न लगा है।
इनेलो ने भी भाजपा को घेरने को कसी कमर
इनेलो ने भी सत्ताधारी दलों को सदन में घेरने की तैयारी कर ली है। मानसून सत्र के लिए विधानसभा में इनेलो ने जनहित से जुड़े 10 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए। साथ ही 1 गैर सरकारी संकल्प और लोकहित से जुड़े 8 तारांकित एवं 3 अतारांकित प्रश्र भी विधानसभा में प्रस्तुत किए। इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि लोकहित से जुड़े सभी मुद्दों को प्रमुख्ता से उठाएंगे।
इसके लिए इंडियन नेशनल लोकदल ने विधानसभा के मॉनसून सत्र के लिए प्रक्रिया व कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 73 के तहत बुजुर्गों की पेंशन में आ रही समस्याओं, महिला खिलाडिय़ों के साथ हो रहे दुव्र्यवहार, नूंह में हुई हिंसक घटना, प्रोपर्टी आईडी. में आ रही समस्याओं, किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत क्लेम की राशि न मिलने, बढ़ती बेरोजगारी एवं युवाओं के साथ भर्ती के नाम पर हो रहे खिलवाड़, शिक्षा के स्तर एवं सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के खाली पड़े पदों, बाढ़ से किसान की फसलों तथा आमजन को हुए भारी नुकसान, सीईटी परीक्षा में आ रही समस्याओं और क्लर्कों के वेतनमान को 35400 करने बारे जैसे जनहित से जुड़े अति महत्वपूर्ण दस ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और नियम 171 के तहत किसानों को कर्ज मुक्त करने बारे गैर सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए हैं।
भाजपा ने विधायक दल की बैठक में कांग्रेस को जवाब देने की रणनीति पर किया मंथन
मानसून सत्र को लेकर कांग्रेस के साथ ही सत्तासीन भाजपा भी एक्टिव हो गई। सत्र से पहले पार्टी की बुलाई गई विधायक दल की मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्टी विधायकों को टिप्स दिए। सीएम ने सत्र के दौरान विधायकों को पूरी तैयारी से आने की हिदायत दी। उन्होंने साफ कर दिया कि सदन में पूरी तैयारी कर आएं। काफी देर चली बैठक में सत्ता पक्ष के विधायकों ने विपक्ष के सवालों के जवाब देने और उसके दिग्गजों को घेरने को लेकर भी जमकर मंथन किया।
विजिलेंस को लेकर भी सरकार व विपक्ष होंगे आमने-सामने
पिछले कुछ समय से सीआईडी की कार्यशैली पर लगातार उठते रहे हैं। खुद होम मिनिस्टर अनिल विज ने भी सीआईडी की वर्किंग पर प्रश्न चिह्न लगा दिया। नूंह दंगों में सीआईडी की वर्किंग पर विज ने इसको पूरी तरह से फेल करार दिया। उन्होंने साफ इशारा किया कि अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना वर्किंग स्टाइल भी कहीं न कहीं इन दंगों के लिए जिम्मेदार है। इस मामले पर विपक्ष भी सरकार को घेर रहा है और मामले को सदन में उठाएगा। दूसरी तरफ सत्ता पक्ष भी विपक्ष के सवालों के जवाब देने के साथ काउंटर अटैक करेगा।