इंडिया न्यूज़, Haryana News (Haryana Government Decision): हरियाणा के 6 विधायकों को धमकी भरी कॉल और रंगदारी मांगने के मामले में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद सरकार ने सतर्कता बरती है। इसके बाद 90 विधायकों और 10 वरिष्ठ अधिकारियों को व्हाइट लिस्ट में शामिल किया गया है। व्हाइट लिस्ट में शामिल विधाय व अधिकारियों के नंबर सीधे 112- डायल के साथ जोड़ दिए गए हैं। बता दें कि वरिष्ठ अधिकारियों में मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय के टॉप अफसर, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, डीजीपी, एडीजीपी सीआईडी आदि शामिल हैं।
एडीजीपी प्रशासन, टेलीकॉम और सूचना प्रौद्योगिकी एएस चावला ने बताया कि 8 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से यह सुविधा शुरू की जा रही है। एडीजीपी ने कहा कि वह खुद इस प्रोजेक्ट की समीक्षा कर रहे हैं। नोडल अधिकारियों के साथ ट्रायल सफल रहा है। बता दें कि गृह मंत्री अनिल विज के निदेर्शानुसार विधायकों व वरिष्ठ अधिकारियों को उच्च प्राथमिकता सूची में शामिल किया है।
अब 8 दबने पर ही सर्वर पर अनचाही कॉल जाएगी और यह रिकॉर्ड भी होगी। मोबाइल फोन से पांच मिनट में पांचवीं बार डायल-112 पर कॉल हुई तो 8 दबाने की जरूरत नहीं होगी। स्वत कॉल सर्वर पर चली जाएगी। 8 दबाने का प्रावधान इसलिए किया गया है, चूंकि पावर बटन तीन बार दबने पर सीधे 112 पर कॉल चली जाती है। क्योंकि यह कई बार अनचाहे भी हो जाता है।
सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, सफीदों से कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली, सोहना से कांग्रेस विधायक संजय सिंह,सढौरा से कांग्रेस विधायक रेणु बाला, फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान,पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई इन सभी को रंगदारी मांगने और धमकी भरे कॉल आ चुके हैं।
विधायको को धमकी मिलने के बाद उनके साथी अन्य ने भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए सचिवालय से मांग की है। विधायक सरकार के उच्च अधिकारियों से मिलकर सुरक्षा के लिए जवानों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा हैं।
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