भिवानी/रवि जांगड़ी
शरीर के बेहतर पोषण की आवश्यकता को मद्देनजर रखते हुए 16 मार्च से 31 मार्च तक पोषण पखवाड़े का आयोजन प्रदेश भर में चल रहा है, यह आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कराया जा रहा है, पोषण के तहत महिलाओं को पोषक आहार और शिशुओं के पोषण के बारे में जानकारी दी जा रही है, भिवानी में आयोजित पोषण पखवाड़े के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग को विभिन्न गांवों में पोषण पंचायतों का आयोजन किया गया।
पोषण पंचायतों में महिलाओं को एनीमिया और बच्चों को कुपोषण से बचाव की विस्तार से जानकारी दी गई, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना और पोषण पकवाड़ा के तहत जिले के सामान्य हस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मार्च माहीने में अब तक 2398 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई, जिले में कुल 40 स्थानों पर गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही है, सरकारी संस्थाओं पर आई सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, मल्टी विटामिन आदि दवाईयां मुफ्त में दी जाती हैं और उनके टेस्ट भी निःशुल्क किये जा रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग से भिवानी ग्रामीण-प्रथम में सर्कल स्तर पर गांव चांग, कलिंगा, मिताथल, धनाना, मुंढ़ाल सहित शहरी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, कार्यक्रमों में महिलाओं और किशोरियों को अनीमिया के लक्षण और उनसे बचाव की जानकारी दी जा रही है, महिलाओं, किशोरियों को बताया कि वे पौष्टिक भोजन लें साथ ही तली हुई चीजों और फास्ट फूड से परहेज करें, इसी प्रकार बच्चों को कुपोषण से बचाव के लिए महिलाओं को जानकारी दी गई, महिलाओं को बताया कि वे कुपोषण और अनीमिया के लक्षण होने पर तुरंत प्रभाव से चिकित्सक की सलाह लें।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री वंदना योजना के बारे में भी नव दंपत्तियों को जानकारी दी गई, लाभार्थी महिलाओं को बताया कि पहली बार गर्भ धारण करने पर भारत सरकार से 5 हजार रुपए की राशि तीन किश्तों में जिसमें 1000 रुपए, 2000 रुपए और 3000 रुपए की राशि दी जाती है, कार्यक्रम के दौरान कम मूल्य पर आधारिक रेसिपी प्रतियोगिता भी कराई गई है, महिलाओं को पौष्टिक भोजन के बारे में जानकारी भी दी गई।