Omicron Spread In Children
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Omicron Spread In Children : दुनियाभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर वैज्ञानिक ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका और यूके डेटा के मुताबिक आने वाले समय में हर किसी के लिए ये वैरिएंट एक बड़ी चुनौती बनने वाला है। वहीं दक्षिण अफ्रीका में बच्चों के भी ओमिक्रॉन संक्रमित होने से भारत में भी बच्चों के इंफ्केटेड होने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओमिक्रॉन के भारत में बच्चों में असर को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी और ऐसे में सरकार को इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।
बता दें ओमिक्रॉन के लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके। दक्षिण अफ्रीका के मुताबिक ओमिक्रॉन के लक्षण हर किसी में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन युवाओं में ज्यादा थकान, बदन दर्द और सिर दर्द इसके लक्षण हैं। डेल्टा की तरह इस वेरिएंट में लोगों को स्वाद और सुगंध जानें का एहसास नहीं हो रहा है। हालांकि कुछ लोगों को गले में बहुत ज्यादा खराश महसूस हो रही है। (Omicron Spread In Children)
अमेरिका के नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक बच्चों में कोरोना के नए वैरिएंट के कुछ खास लक्षण देखने को मिल रहे हैं। जैसे कि तेज बुखार, लगातार खांसी आना (एक घंटे तक लगातार), थकान, सिर दर्द, गले में खराश और भूख ना लगना। दक्षिण अफ्रीका के अस्पतालों में कोरोना के युवा मरीजों और बच्चों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। खासतौर से 5 साल के छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की ज्यादा जरूरत पड़ रही है। इसकी एक वजह ये भी बताई जा रही है कि वैक्सीन ना लग पाने की वजह से बच्चे इस वेरिएंट की चपेट में आसानी से आ रहे हैं।
बच्चों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की चर्चा पूरी दुनिया में लंबे समय से चल रही है। कई देश 2-17 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू भी कर चुके हैं, लेकिन भारत समेत दुनिया के कई देशों में बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरूआत होना अभी बाकी है। Omicron Spread In Children
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