India News Haryana (इंडिया न्यूज), India News Haryana Manch : इंडिया न्यूज़ हरियाणा मंच पर सरकार के 100 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इनेलो के वरिष्ठ नेता अभी चौटाला ने कहा इसको सरकार के 100 दिन क्यों कहते हो, इसको 10 साल और 100 दिन से ज्यादा हो गया। जो 100 दिन की सरकार के नए मंत्री है जो नए एमएलए चुनकर आए हैं वह लगातार यह कहते हैं कि हमने 100 दिन में बहुत सारे ऐसे काम किए हैं, जो पिछले 10 वर्ष में भी नहीं हुए। जो कांग्रेस के समय में भी नहीं हुए। 100 दिन की जो आपकी उपलब्धि है वह उपलब्धियां आप व्हाइट पेपर जारी करके क्यों नहीं देते। केवल प्रेस में जाकर या लोगों के सामने बैठकर अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं।
100 दिन में महंगाई बढ़ी है, भ्रष्टाचार बढ़ा है, कानून व्यवस्था खत्म हुई है। 100 दिन के अंदर रोजगार देने की बात इन्होंने कही है, मैंने पहले भी कहा था आज फिर कह रहा हूं किन लोगों को रोजगार नए सिरे से दिया गया, इनको इसका भी व्हाइट पेपर जारी करना चाहिए।
बिना पर्ची और बिना खर्चे की बात इन्होंने की है, दो ऐसी पोस्ट निकली थी, इरीगेशन डिपार्टमेंट में जिसमें 90 प्रतिशत बाहर के लिए और उसके साथ-साथ आयुर्वेदिक के डॉक्टर लेने थे, उसमें 80 फ़ीसदी बाहर के हैं, जबकि उनके जो एग्जाम हुए उसमें 90 फीसदी हरियाणा के बच्चे थे, जो टॉपर थे। उन सब को इंटरव्यू में रख दिया गया और ऐसे लोग बाहर से पार्टिकुलर राजस्थान यूनिवर्सिटी के बच्चों को लाकर लगा दिया गया, तो हरियाणा के बच्चे एग्जाम में टॉप करते हैं वह इंटरव्यू में रह गए। ऐसा क्यों ? मेरे पास रिकॉर्ड में पड़ी है सारी चीजें।
मुख्यमंत्री ने 100 दिन में अपने ही मंत्रियों की हालत ऐसी खस्ता कर दी। वह बेचारे कहीं जाकर खड़े होने लायक भी नहीं बचे। मंत्री इकट्ठे होकर गए थे और जाकर मुख्यमंत्री से रिक्वेस्ट की थी कि हमें कम से कम क्लास 4 के जो लोग हैं, उनके ट्रांसफर का तो अधिकार दे दिया जाए, लेकिन सीएम ने यह कह दिया कि ऑनलाइन कर सकते हैं। आपके अधिकार नहीं दे सकता मैं।
अगर एक मंत्री के पास चपरासी भी बदलने का अधिकार नहीं है तो उसके महकमें के कोई भी कर्मचारी जो है वह उसकी किसी बात को लेकर के उसका कहा क्यों मानेंगे जब उनको पता ही है कि तुम्हारा ट्रांसफर नहीं कर सकता, सस्पेंड नहीं कर सकता। इसके अलावा इस 100 दिन में अनिल विज के बयान देख लें कि क्या कहते आ रहे हैं कि मेरी तो कहीं कोई सुनने वाला ही नहीं है। जब मंत्रियों की सुनवाई नहीं तो आम आदमी की सुनवाई कहां होगी। यह 100 दिन की हालत है।
विधानसभा चुनाव में निजी हार पर पूछे गए सवाल पर अभय ने कहा मेरे को हराने के लिए भाजपा कांग्रेस ने षड्यंत्र किया। भाजपा कांग्रेस मिली हुई है।हुड्डा की पीएम मोदी के वायरल वीडियो पर भी कहा कि ये कोई शिष्टाचार भेंट नहीं थी। मोदी ने हुड्डा को बचाया हुआ है। कांग्रेस खत्म होगी। हाशिए पर है कांग्रेस। जिनके हाथ में कांग्रेस की कमान है वह तो भाजपा से मिली हुई है, यह जनता समझ चुकी है। हरियाणा के ही तो जनता के हित की लड़ाई आज तक लड़ी है तो केवल इंडियन नेशनल लोकदल ने लड़ी है. मैं जब अपोजिशन में अकेला था और आवाज़ उठता था। आगे भी जनहित के लिए आवाज़ उठता रहूँगा।
पदयात्रा में एक एक गांव को कवर किया हर गांव से बचे विदेश जा रहे है, डंकी से जाने वाले पर भी सवाल मैने उठाया था। अभय चौटाला बनेंगे तो सीएम बनेंगे, छोटे पद का कोई लालच नहीं राजनीति करेंगे तो टॉप की राजनीति करेंगे। आपका ये बयान बहुत चर्चा में रहता है। मेरी लड़ाई चीफ मिनिस्टर की है मेरी लड़ाई कोई एमएलए या मिनिस्टर की नहीं है मैं बनूंगा जिस दिन तो चीफ मिनिस्टर बनूंगा अन्यथा ऑपोजिशन में बैठकर हरियाणा की जनता के हितों की आवाज उठाता रहूंगा। आगे का सफर कहां तक का है अभी तो आंकड़ा 2 पर अटका है इस सवाल के जवाब में चौटाला ने कहा बीजेपी की भी एक जमाने में 2 सीट थी,जिसमें संघर्ष का मादा है वो आगे आएगा उसे कोई नहीं रोक सकता। कड़ी मेहनत करेंगे।
ओपी चौटाला से संबंधित सवाल पर अभय ने कहा बहुत अच्छे प्रशासक थे राजनेता थे। पिता से सीख पर अभय ने कहा कि उन्होने अपने स्वार्थ के लिए कभी समझौता नहीं किया। अगर मैने कुछ गलत किया, अगर मैंने कहा कि आप इस चीज को भूल जाएं, तो नहीं भूले, उन्होंने कहा जो गलती करेगा उसको उसका सबक मिलना चाहिए। उनका जो संघर्ष रहा उसने बहुत कुछ सिखाया। उन दिनों को याद कर आगे बढ़ रहे है। पार्टी को ऐसी जगह लाकर खड़ा करना है जहां लोग खुद माने कि हां जनहित के लिए कोई पार्टी है तो वो इनेलो है।