देश भर में आज ‘समर्पण दिवस’ के रूप में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनायी जा रही है। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा निवास पर समर्पण पोर्टल, हुनर एप्लीकेशन और विदेश सहयोग विभाग की वेबसाइट का लोकार्पण किया।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य की वृद्धि और आर्थिक प्रगति का शीर्ष पर बैठे लोगों से पता नहीं लगाया जा सकता है, बल्कि इसका पता तब लगाया जा सकता है, जब सभी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिलना सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी के कल्याण के लिए बनाई गई हर योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार की रणनीति अंत्योदय के सिद्धांत- पहले अंतिम व्यक्ति की सेवा और उत्थान करने पर केंद्रित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल ने हमेशा एकात्म मानववाद के दर्शन और अंत्योदय की अवधारणा का प्रचार किया है, जो राज्य सरकार की किसी भी लोक कल्याण नीति को बनाने में प्रमुख सिद्धांत रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के साथ-साथ आज हरियाणा के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जयंती भी है, उन्हें भी नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस को 17 सितम्बर से लेकर 7 अक्तूबर तक देशभर में ‘सेवा समर्पण पर्व’ मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से राज्य सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति को अपनाया गया है। अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए पेपर लीक नेटवर्क को खत्म करने के लिए राज्य सतर्कता ब्यूरो का एक टोल-फ्री नंबर 18001802022 शुरू किया गया है। इस नंबर पर अभ्यार्थी पेपर लीक के एवज में पैसे मांगने वालों की जानकारी दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी अभ्यार्थियों से आग्रह किया कि कभी भी पेपर लीक से जुड़ें लोगों ने उनसे संपर्क किया हो, जो उन्हें परीक्षा के प्रश्नपत्रों या उत्तर कुंजी को एडवांस में देने का दावा करते हैं, तो अभ्यार्थी इस टोल-फ्री नंबर पर ऐसे लोगों की जानकारी तुरंत साझा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अपराधियों को जड़ से पकड़ने में जनभागीदारी निश्चित रूप से अहम भूमिका निभा सकती है। जिस तरह के क्रांतिकारी कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हितों और कल्याण की रक्षा के लिए उठाए हैं, उन्हें निश्चित रूप से इतिहास में याद किया जाएगा। छोटे पैमाने के व्यवसायों को बढ़ावा देने, नए स्टार्टअप, मेक इन इंडिया, नई शिक्षा नीति-2020 में क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल करने, उज्ज्वला योजना, आदि योजनाएं व कदम भारत को विकास के पथ पर ले जाने में अहम भूमिका अदा कर रही है।