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Panipat Court Big Decision बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने के 2 दोषियों को फांसी

• LAST UPDATED : February 19, 2022

Panipat Court Big Decision

इंडिया न्यूज, पानीपत।
Panipat Court Big Decision शुक्रवार को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुमित गर्ग की कोर्ट ने 12 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले दो दोषियों को फांसी की सजा सुनाई। दोनों दोषियों ने जनवरी, 2018 में पड़ोस की ही एक बच्ची के साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया था।

ऐसे दोषियों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं (Panipat Court Decision)

न्यायाधीश सुमित गर्ग की कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए दोनों दोषियों को लेकर कहा कि ऐसे लोगों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है, ये लोग समाज के लिए खतरा है। जज ने दोषियों को आईपीसी की धारा 302, 376 ए व 6 पॉक्सो में फांसी की सजा, 20-20-20 हजार का जुर्माने की सजा सुनाई है। अगर दोषी 376 डी में दंडित की गई जुर्माना राशि भरते हैं तो वह 25 हजार की राशि पीड़ित परिवार को दी जाएगी। यह पानीपत के इतिहास में पहला मामला है जब किसी दोषी को फांसी की सजा हुई है।

14 जनवरी 2018 को मिला था बच्ची का शव

मतलौडा थाना क्षेत्र के गांव उरलाना कला (Urlana Kalan) के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी बड़ी बहन विवाहित है। बहन की 12 साल की बेटी बचपन से ही उसके पास रहती थी। 13 जनवरी 2018 की शाम करीब 6 बजे उसकी भांजी घर का कूड़ा फेंकने के लिए बाहर गई थी, जोकि उसी समय से लापता हो गई थी। उसकी परिजनों ने रातभर तलाश की, मगर उसका कही कोई सुराग नहीं लगा था। 14 जनवरी 2018 को भांजी का शव नग्न अवस्था में गांव की एक चौपाल के पास पड़ा मिला था। मामा ने पुलिस को कहा था कि उसे नहीं पता कि यह वारदात किसने की है और न ही उसको किसी पर शक है। जिसने भी यह वारदात की है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

शव के साथ भी की थी दरिंदगी

पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को जल्द ही सुलझाते हुए 14 जनवरी 2018 को वारदात में शामिल बच्ची के पड़ोस में रहने वाले दो युवक प्रदीप पुत्र दयानंद व सागर उर्फ कल्लू पुत्र चंद्रभान को गिरफ्तार किया था। उन्होंने पुलिस पूछताछ में इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने के बारे में स्वीकार किया था। दोषियों ने पुलिस को बताया था कि वह दोनों पक्के दोस्त हैं। प्रदीप की पत्नी बच्चों सहित करीब 10 दिन से दिल्ली मायका गई हुई थी। 13 जनवरी 2018 की शाम करीब साढ़े 5 बजे वह दोस्त सागर के साथ अपने घर के बाहर खड़ा था। इसी दौरान उनकी आंखों के सामने से बच्ची हाथ में कूड़ा लेकर दूसरी जगह पर फेंकने के लिए जाती हुई दिखाई दी। जिसे देखकर दोनों ने ही उसके साथ दुष्कर्म करने का प्लान बनाया। जब बच्ची कूड़ा फेंक कर वापस लौट रही थी तो प्लान के मुताबिक सागर ने उसका मुंह दबा लिया और प्रदीप ने उसे उठा लिया। इसके बाद दोनों उसे मकान में ले गए। मकान में ले जाने के बाद पहले प्रदीप और फिर सागर ने दुष्कर्म किया था।

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