India News Haryana (इंडिया न्यूज), AQI : हरियाणा सरकार द्वारा बेशक इस बार पराली जलाने के मामलों में काफी संख्ती की गई है, लेकिन फिर भी कई स्थानों पर पराली जलाने के मामले अभी भी सामने आ रहे हैं। लोगों के लिए विशेषकर दमे के मरीजों के लिए यह प्रदूषित वायु काफी घातक साबित हो रही है।
जी हां, प्रदेश में प्रदूषण के कारण हालात बिगड़ने लगे हैं। जीटी रोड पर पड़ने वाले जिलों में प्रदूषण का स्तर काफी घातक श्रेणी में पहुंच रहा है। सरकार की मानें तो बीते दिन तक पराली जलाने के केसों में काफी कमी आई है। लेकिन बवाजूद इसके प्रदेश का जिला पानीपत गैस चैंबर बन गया है। यहां के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की बात करें तो यह बहुत ही घातक श्रेणी यानि 500 तक जा पहुंचा। इतना ही नहीं, 17 जिलों में एक्यूआई 300 से ऊपर जा रहा है, जोकि यह भी सही नहीं है।
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पानीपत में वाहनों की बढ़ती संख्या, जाम और इंडस्ट्रीज भी प्रदूषण को काफी हद तक बढ़ाने में पीछे नहीं है। यहां सुबह-सायं सांस लेने में अब तकलीफ और आंखों में जलन महसूस होेने लगी है। बढ़ते प्रदूषण के कारण ही आज हरियाणा-पंजाब के चीफ सेक्रेटरी को सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करना है।
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