India News (इंडिया न्यूज), Parkash Singh Badal Updates, चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल 95 वर्ष की आयु में स्वर्ग सिधार गए हैं। उनके निधन से पूरे देश में 2 दिन का राजकीय शोक है। आज उनका गांव बादल में अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं प्रकाश सिंह बादल के अंतिम दर्शन करने उनके करीबी मित्र एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला पहुँचे और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
ओम प्रकाश चौटाला ने कहा कि वे अपने जीवन के अंतिम दिनों में भी किसानों को खुशहाल होनो देखना चाहते थे। 10 दिनों पहले ही वे प्रकाश सिंह बादल से मिले थे। उस समय भी उनकी यही सोच थी कि देश का किसान संपन्न हो।
वहीं जब पत्रकारों ने चौटाला को कहा कि आपकी प्रकाश सिंह बादल से गहरी मित्रता कही जाती रही है तो इस पर चौटाला का कहना था कि बादल से उनके पारिवारिक रिश्ते थे। हर मुद्दे पर दोनों में वार्ता होती रही थी।
प्रकाश सिंह बादल ने बठिंडा जिले के बादल गांव के सरपंच बनने के साथ ही उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वर्ष 1957 में कांग्रेस के टिकट पर वह मलोट से पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1969 में उन्होंने अकाली दल के टिकट पर गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से जीत हासिल की। पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुरनाम सिंह के कांग्रेस का दामन थामने के बाद अकाली दल फिर से संगठित हो गया।
अकाली दल ने 27 मार्च 1970 को बादल को अपना नेता चुना। इसके बाद अकाली दल ने जनसंघ के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई। वह तब देश के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। हालांकि यह गठबंधन सरकार एक वर्ष से थोड़ा अधिक समय तक ही चल पाई। इसके बाद वह 1977-80, 1997-2002, 2007-12 और 2012-2017 में भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे। अपने राजनीतिक जीवन के आखिरी पड़ाव में बादल ने अकाली दल की बागडोर बेटे सुखबीर सिंह बादल को सौंप दी थी।