इंडिया न्यूज़, अंबाला। अंबाला नगर निगम चुनाव में भाजपा के मेयर प्रत्याशी को मिली करारी हार के बाद अब सत्ता पक्ष के लोग भविष्य में होने वाले सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कानून का भी मजाक बनाने से नहीं चुक रहे। हालात यह है कि अंबाला के हत्या के आरोपों का सामना कर रही अंबाला नगर निगम की पार्षद रूबी सौदा पर सत्ता पक्ष के दबाव में आकर अंबाला पुलिस पूरी तरह मेहरबान है।
ये ही कारण है कि प्रभावित पक्ष द्वारा रूबी सौदा की गिरफ्तारी को लेकर सूचना दिए जाने के बाद भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। चर्चाओं की बात करें तो भाजपा नेताओं के साथ मंडल कमिश्नर के ऑफिस पहुंची रूबी सौदा को अब सत्तापक्ष के लोगों का साथ मिल चुका है और ये ही कारण है कि कानून अपना काम नहीं कर पा रहा।
वहीं इस मामले में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि यह मामला उनके नोटिस में नहीं है, लेकिन यदि प्रभावित परिवार ने समय से आरोपी के मंडल कमिश्नर ऑफिस में पहुंचने की सूचना दी थी फिर भी पुलिस ने क्यों गिरफ्तार नहीं किया, वह अपने स्तर पर इस मामले की जांच करवाएंगे।
अंबाला शहर नगर निगम की बात की जाए तो अंबाला शहर की जनता ने हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) सुप्रीम विनोद शर्मा पर विश्वास जताते हुए मेयर प्रत्याशी शक्तिरानी शर्मा को विजयी बनाया था। इसी तरह 20 पार्षदों में से आठ पार्षद भी हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) के जीते हैं।
अब भाजपा नेता केवल सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर की कुर्सी पर नजर जमाए बैठे हैं और ये ही कारण है कि वह हत्या के मामले में आरोपों का सामना कर रही रूबी सौदा की मदद करने में लगे हैं।
एक साल बीत जाने के बाद सत्तापक्ष के लोगों के दबाव के बीच मामले में 9 आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन अभी तक पार्षद रूबी सौदा को गिरफ्तार नहीं किया गया। चर्चाओं की बात करें तो रूबी सौदा को बचाने की कीमत भाजपा नेताओं ने पहले ही तय कर रही है और मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव में रूबी सौदा हत्या के केस से बचाने की एवज में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट करेगी।
अंबाला शहर नगर निगम के चुनाव के कुछ ही दिनों के बाद पार्षद रूबी सौदा पर हत्या के आरोप लग गए थे और काफी समय से अंबाला पुलिस को रूबी सौदा की तलाश थी। हत्या के आरोपों का सामना कर रही रूबी सौदा लगातार हाउस की बैठक से गैरहाजिर रही। जिसके बाद नियमों का हवाला देते हुए मंडल कमिश्नर ने रूबी सौदा को नोटिस दिया कि क्यों न आपकी सदस्यता रद्द कर दी जाए।
जिसके बाद रूबी सौदा को 21 मार्च को मंडल कमिश्नर के पास पेश होना था। ऐसे में प्रभावित परिवार ने पुलिस को सूचना दी कि वह 21 मार्च को मंडल कमीश्नर के ऑफिस आएगी, लेकिन फिर भी पुलिस ने गिरफ्तार करना उचित नहीं समझा। सुनवाई के दौरान रूबी सौदा भाजपा नेता एवं मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा के साथ पहुंची। सुनवाई के दौरान मंडल कमिश्नर ने सदस्यता पर फैसला देने से पूर्व डिस्ट्रिक अटॉर्नी से राय मांगी है।
16 फरवरी 2021 में सिटी के गोवर्धन नगर में सुअरों को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। विवाद में अरुण की हत्या हो गई थी। पुलिस ने मृतक के भाई दीपक की शिकायत पर 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें पार्षद रूबी सौदा का नाम भी शामिल था।
पुलिस अभी तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पार्षद की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। वहीं प्रभावित परिवार व मृतक अरुण के भाई दीपक ने कहा कि उन्हें अब जिला व पुलिस प्रशासन पर कोई विश्वास नहीं रहा। वह एक साल रूबी सौदा को गिरफ्तार कराने के लिए धक्के खा रहे हैं। उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई। इसके बावजूद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही, जबकि अन्य सभी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
हरियाणा में उन्हें इंसाफ नहीं मिल सकता। इसलिए उनका केस पंजाब में ट्रांसफर किया जाए। दीपक ने कहा कि आज आईओ को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। जब इंचार्ज को फोन किया तो उन्होंने कहा कि एसपी गिरफ्तार करा सकते हैं। परिवार का कहना है कि जेएमआईसी निधि बेनीवाल की कोर्ट ने पार्षद रूबी सौदा के वॉरंट इश्यू किए थे। पुलिस को आदेश दिए थे कि आरोपी रूबी सौदा को 10 दिसंबर 2021 से पहले कोर्ट में पेश किया जाए।
हजपा के पार्षद भी मंडल कमिश्नर को मिलने पहुंचे। हजपा पार्षद राजेश मेहता, जसबीर सिंह, फकीर चंद, सरदूल सिंह, राकेश कुमार और पार्षद अमनदीप कौर के पति गुरप्रीत शाना मंडल कमिश्नर से मिलने पहुंचे। पार्षदों ने मंडल कमिश्नर से अपील की है कि वह इस मामले में उचित फैसला दें।
इसके बाद मेहता ने कहा कि अगर नियम के अनुसार निर्णय नहीं आया तो वह इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपी को बचाने में लगी है। सरकार पुलिस पर पार्षद को गिरफ्तार न करने का पूरा दबाव बनाए हुए है। यही वजह है कि आज तक पार्षद को पुलिस जानबूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही।
यह मामला मेरे नोटिस में नही है। यदि प्रभावित परिवार ने पुलिस को सूचना दी थी कि हत्या की आरोपी मंडल कमिश्नर के ऑफिस में आ रही है। तो उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई, वह इसकी अपने स्तर पर जांच करवाएंगे।
रुबी सौदा के गिरफ्तारी वॉरंट अभी होल्ड हैं। उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट होना है और कोर्ट से अभी डेट मिलनी बाकी है। अंडर इंवेस्टिेगेशन उन्हें हिरासत में नहीं ले सकते।
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