होम / Politics on Brahmin Community : ब्राह्मणों का तारणहार बनने की जुगत में राजनीतिक दल

Politics on Brahmin Community : ब्राह्मणों का तारणहार बनने की जुगत में राजनीतिक दल

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : October 10, 2023
  • हुड्डा कांग्रेस की सरकार आने पर ब्राह्मण डिप्टी सीएम बनाने का दावा कर रहे तो भाजपा दिग्गज रामबिलास शर्मा बोले डिप्टी सीएम, नहीं बड़े ओहदे पर नजर

  • चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों की ब्राह्मणों को साधने की कोशिश

India News (इंडिया न्यूज), Politics on Brahmin Community, चंडीगढ़ : अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा की सियासत गर्माई हुई है। तमाम सियासी दल पावर गेम में खुद को एक-दूसरे पर हावी करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा सभी दल जातीय समीकरणों को साधने में जुटे हैं। इसी कड़ी में भाजपा और कांग्रेस ने साधी रणनीति के साथ जातीय आधार पर वोटर्स को साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी की सरकार बनने पर ब्राह्मण कैंडिडेट को डिप्टी सीएम बनाने का वादा किया तो भाजपा भी कहां पीछे रहने वाली थी।

भाजपा नेता और पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि समुदाय की नजर डिप्टी सीएम नहीं, बल्कि इससे भी बड़े ओहदे पर है। उनका मतलब साफ था कि ब्राह्मण समुदाय अबकी बार सीएम पद पर नजर गड़ाए है। मामले को लेकर अब सियासत उफान पर है और तमाम सियासी दल इसको भुनाने में लगे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ब्राह्मण समुदाय के वोट बैंक पर राजनीति तेज होती नजर आ रही है। सभी पार्टियों के ब्राह्मण नेताओं की कोशिश है कि वह बिरादरी के ज्यादा से ज्यादा वोटर को अपनी पार्टी की तरफ आकर्षित करें।

 

2022 में भी उठा था ब्राह्मण सीएम बनाने की मांग का मसला

वहीं भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने पिछले साल करनाल में सांसद कार्तिकेय शर्मा के विराट प्रयासों से आयोजित हुए ब्राह्मण सम्मेलन में कहा था कि मैं चाहता हूं कि मनोहर लाल 10 साल तक मुख्यमंत्री रहें, लेकिन जब वह जाएं तो अगला मुख्यमंत्री ब्राह्मण हो। भाजपा सांसद के इस बयान पर कार्यक्रम के दौरान ही खूब सियासी बाण चले।

बात यहीं खत्म नहीं हुई, जब मनोहर लाल संबोधन के लिए आए तो उन्होंने 10 साल मुख्यमंत्री रहने का आशीर्वाद देने के लिए अरविंद शर्मा का आभार जताया। साथ ही कहा कि सीएम बनने की इच्छा सभी सांसदों और विधायकों को रखनी चाहिए। 66 साल पहले हरियाणा को भगवत दयाल शर्मा के रूप में पहला सीएम मिला था। उन्होंने कहा था कि समुदाय को भी प्रेजेंटेशन मिलनी चाहिए।

हुड्डा के डिप्टी सीएम के बयान से गर्माई सियासत

रोहतक में ब्राह्मण समाज सम्मान कार्यक्रम में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर हरियाणा में ब्राह्मण डिप्टी सीएम बनेगा। कांग्रेस तो 2019 के चुनाव में ही यह निर्णय ले चुकी थी कि सत्ता में आते ही डिप्टी सीएम ब्राह्मण समाज का होगा। कांग्रेस शासन काल में ब्राह्मण सहित अन्य सामान्य श्रेणी की जातियों को 10 प्रतिशत आरक्षण ईबीपीजी के माध्यम से दिया गया था लेकिन इसे भाजपा सरकार ने इसके विपरीत काम किया।

कांग्रेस की सरकार बनते ही यह कोटा भी बहाल किया जाएगा। साथ ही ब्राह्मण समाज का आर्थिक आधार पर आरक्षण का जो हक बनता है, वह पहली ही मंत्रिमंडल की बैठक में दिया जाएगा। आगे वो बोले कि दोहली की जमीन पर ब्राह्मण समाज का हक बनता है, यह कांग्रेस सरकार आते ही कानून बनाकर लागू किया जाएगा। इसके अलावा ब्राह्मण आयोग का गठन किया जाएगा।

रामबिलास शर्मा के बयान के सियासी मायने

वहीं भाजपा नेता रामबिलास शर्मा ने कहा कि हमारी नजर डिप्टी सीएम नहीं, बल्कि बड़े ओहदे पर है, जहां तक मेरे चुनाव लड़ने की बात है, पार्टी लड़ाएगी तो मैं तैयार हूं। मेरी उम्र अभी 73 ही है। हुड्डा के कांग्रेस के आने पर ब्राह्मण कैंडिडेट को डिप्टी सीएम बनाने पर कहा कि अबकी बार सीएम उनके समुदाय से होना चाहिए। माना जा रहा है कि जो बयान उन्होंने दिया है वो चुनावी रणनीति का हिस्सा है। ये भी बता दें कि पिछले कुछ दिन से रामबिलास शर्मा निरंतर सक्रिय हैं। उनके बयान से साफ है कि उनमें अब भी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हिलोरे मार रही हैं।

प्रदेश की राजनीति में बड़ा ब्राह्मण चेहरा बनकर उभरे कार्तिकेय शर्मा

हरियाणा में पिछले साल करनाल में ब्राह्मण समाज का महासम्मेलन आयोजित हुआ। सांसद कार्तिकेय शर्मा ने इसको सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। सम्मेलन बेहद सफल रहा तो इसका क्रेडिट भी काफी हद तक कार्तिकेय शर्मा को मिला और सीएम बतौर मुख्यातिथि इसमें मौजूद रहे। प्रदेश में काफी समय से ब्राह्मण समुदाय से किसी बड़े नेता की कमी खल रही थी, कार्तिकेय शर्मा के आने बाद ये जगह काफी हद तक भर भी गई। इनके परिवार का प्रदेश की राजनीति में बड़ा नाम है।

सांसद के पिता विनोद शर्मा केंद्र और हरियाणा सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर रह चुके हैं। विनोद शर्मा ने फिलहाल हरियाणा में एक राजनीतिक प्रादेशिक संगठन बना रखा है। कार्तिकेय शर्मा की हरियाणा की राजनीति में लगातार पकड़ मजबूत होती जा रही है। राज्यसभा चुनावों में जजपा तथा भाजपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने कार्तिकेय शर्मा अपने समर्थन करने वाले हर व्यक्ति का खुलकर सहयोग कर रहे हैं।

वोट बैंक की राजनीति समझिए, सभी दल ब्राह्मणों को साधने में लगे

हरियाणा में जाट बैंक सबसे ज्यादा है और सबसे ज्यादा बार समुदाय के नेता सीएम की कुर्सी तक पहुंचे हैं। ब्राह्मण समुदाय का भी खासा वोट बैंक है। अनुमानित तौर पर प्रदेश में करीब 10 फीसदी वोटर्स समुदाय से हैं। ऐसे में कोई भी पार्टी समुदाय के लोगों की अनदेखी करने की स्थिति में नहीं है। आने वाले चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियों ने ब्राह्मण वोट बैंक को साधना शुरू कर दिया है। भाजपा में कई ब्राह्मण दिग्गज नेता हैं। सोनीपत से रमेश कौशिक और रोहतक से अरविंद शर्मा सांसद हैं और दोनों ही ब्राह्मण तबके से हैं। कांग्रेस में भी कई पुराने दिग्गज है और पार्टी में समुदाय से कुलदीप शर्मा बड़ा नाम हैं।

यह भी पढ़ें : CM Hisar Jan Samvad Program : हरियाणा में घरों के ऊपर से गुजरने वाली बिजली लाइन हटाई जाएगी : मुख्यमंत्री

यह भी पढ़ें : CM Jan Samvad Program : प्रदेश में जल्द बुढ़ापा पेंशन करेंगे 3 हजार रुपए

यह भी पढ़ें : Haryana Congress : चुनावी मोड में आई कांग्रेस, सभी 90 विधानसभा हलकों में करेगी रैली 

Tags: