कैथल/मनोज मलिक
लगातार शहर के निजी अस्पतालों में लापरवाही देखी जा रही है लोगों का भरोसा सरकारी अस्पतालों से ज्यादा प्राईवेट अस्पतालों में ज्यादा होता है, फिर भी निजी अस्पतालों वाले लोगों का विश्वास तोड़ने में जरा भी नहीं कतराते, जी हां हम बात कर रहे हैं जिले के एक प्राईवेट अस्पताल की जिसमें विभाग की गलती के चलते दो जिंदगियां खत्म हो गयीं।
आपको बता दें पूरा मामला 21 वर्षीय गर्भवती महिला का है जो 4 माह की गर्भवती थी और इलाज के दौरान गर्भवती सीमा की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा काटा और कहा कि ये सब अनहोनी चिकित्सकों की लापरवाही से हुई है। इतना ही नहीं परिजनों ने बताया कि अस्पताल कर्मी स्वयं महिला के शव को उनके घर पर छोड़ गए और उसके इलाज की रिपोर्ट और डेथ समरी भी नहीं दी।
अस्पताल संचालक का कहना है कि इलाज के दौरान कोई कोताही नहीं बरती गई, मृतक सीमा के पति सुखदेव ने बताया कि शनिवार को वह सीमा को लेकर जीवन ज्योति अस्पताल में आया था, उसे दर्द होने के कारण भर्ती कर लिया गया। सोमवार की रात सीमा को इंजेक्शन लगाया जिसके थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद आनन-फानन में अस्पताल संचालक ने अपने कर्मचारियों से कहकर शव को घर पर छुड़वा दिया।
सुखदेव का आरोप है कि उसकी पत्नी के इलाज के दौरान डाक्टरों ने लापरवाही बरती है, सीमा की मौत की खबर सुनकर अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए और अस्पताल के खिलाफ रोष जताया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी पहुंचे और परिवार के लोगों को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
वहीं अस्पताल संचालक डा. समीर गुप्ता ने बताया कि सीमा चार माह की गर्भवती थी। उसे दर्द के चलते अस्पताल में लाया गया था और सोमवार को उसे दर्द हो गया, जहां शाम के 7-8 बजे उसे दर्द कम करने के लिए इंजेक्शन लगाया था। इंजेक्शन लगाने के बाद कंपांउडर ने बताया कि सीमा की आंखें ठहर गई हैं, उन्होंने जब चेकअप किया तो उसे एक-दो सांस ही आयीं और उसकी मौत हो गई।
डॉ. समीर गुप्ता ने कहा कि हृदय गति रुकने से सीमा की मौत हुई है, अस्पताल की तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है, उनका कहना है कि रविवार को उन्हें बिना बताए परिवार के लोग सीमा को अस्पताल से लेकर जा रहे थे। उन्हें बिना बिल दिए जाने से रोका गया इसीलिए वे लापरवाही जैसे आरोप लगा रहे हैं। लेकिन जब डॉ. से मेडिकल रिपोर्ट और डेथ समरी न दिए जाने का सवाल पूछा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था।