India News Haryana (इंडिया न्यूज), Railway News: रेलवे की लापरवाही ने एक यात्री की जान ले ली, जब उसे समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाई। यह घटना अंबाला से हेमकुंड एक्सप्रेस में सवार सुरेंद्र सिंह की है, जिनकी तबीयत लुधियाना रेलवे स्टेशन पर खराब हो गई थी। अटेंडेंट ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी, लेकिन लुधियाना स्टेशन पर करीब 15 मिनट के ठहराव के बावजूद सुरेंद्र को ट्रेन से नहीं उतारा गया। इसके बाद, ट्रेन ने 342 किलोमीटर लंबा सफर किया और कटड़ा स्टेशन पर आकर सुरेंद्र का शव उतारा गया।
सुरेंद्र की मौत हार्ट अटैक से हुई बताई जा रही है। लुधियाना से कटड़ा तक 11 स्टेशनों पर ट्रेन रुकी, लेकिन किसी ने भी उसे उतारने का प्रयास नहीं किया। कटड़ा स्टेशन पर शव की शिनाख्त चंडीगढ़ निवासी सुरेंद्र सिंह के रूप में हुई। शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक के कारण मौत की पुष्टि की गई।
सुरेंद्र के परिवार ने जब उनका मोबाइल ट्रैक किया, तो पता चला कि मोबाइल से कॉल किसी दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड की गई थी, जिससे यह संदेह हुआ कि उसके मोबाइल और पर्स को किसी ने चुराया है।
रेलवे की इस लापरवाही ने ना केवल एक यात्री की जान ली, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि ट्रेन में ऐसे मामलों में किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा। सुरेंद्र के परिवार ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है, और जांच जारी है।