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Railway Underpass: फरीदाबाद के अंडरपास में जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान, काम जनवरी से शुरू

• LAST UPDATED : December 4, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Railway Underpass: फरीदाबाद के पुराने फरीदाबाद और एनएचपीसी रेलवे अंडरपास में जलभराव की समस्या का अब स्थायी समाधान किया जाएगा। नगर निगम ने इन दोनों अंडरपासों को फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (FMD) को सौंप दिया है, और एफएमडीए ने इनकी मरम्मत और जल निकासी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। काम जनवरी 2024 में शुरू होगा और मई 2024 तक पूरे होने की उम्मीद है।

यह कदम उस समय उठाया गया जब 13 सितंबर 2024 को ओल्ड फरीदाबाद रेलवे अंडरपास में जलभराव के कारण एचडीएफसी बैंक के दो कर्मचारियों, प्रबंधक पुण्याश्रय शर्मा और कैशियर विराज द्विवेदी की मौत हो गई थी। ये दोनों कर्मचारी अपनी गाड़ी के साथ पानी में डूब गए थे। इसके बाद से नगर निगम की लापरवाही की वजह से जलभराव की समस्या और हादसों के मामले बढ़े थे।

ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास में होगा क्या बदलाव?

ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास में पिछले एक दशक से जलभराव की समस्या बनी हुई है। यहां बारिश के दौरान दो मोटर पंप लगाए गए थे, लेकिन वे काम नहीं करते थे। अब इस समस्या का समाधान करने के लिए, यहां एक किलोमीटर लंबी पाइपलाइन डाली जाएगी जो पानी को सेक्टर-21ए के डिस्पोजल तक भेजेगी। इस पाइपलाइन के माध्यम से पानी सेक्टर-28-29 होते हुए मवई ड्रेन तक जाएगा, जो बुढ़िया नाले से जुड़कर यमुना नदी में मिल जाएगा।

इसके अलावा, अंडरपास में पंपिंग स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा, जो पानी की निकासी करेगा। इस प्रणाली को जनरेटर से चलाया जाएगा। इस काम की कुल लागत 2.50 करोड़ रुपये अनुमानित है।

एनएचपीसी अंडरपास में क्या बदलाव होंगे?

एनएचपीसी रेलवे अंडरपास में भी जलभराव की समस्या एक दशक से बनी हुई है। यहां तीन मोटर पंप लगाए गए थे, लेकिन वे भी ठीक से काम नहीं करते थे। अब इस अंडरपास की सीवर लाइनों को दुरुस्त किया जाएगा और एक पंपिंग स्टेशन तैयार किया जाएगा। इसके लिए तीन किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बुढ़िया नाले तक बिछाई जाएगी। इसके माध्यम से पानी की निकासी सुनिश्चित की जाएगी। इस काम की अनुमानित लागत 5.5 करोड़ रुपये होगी।

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मानसून में बढ़ती समस्या

वर्षा के दौरान इन दोनों अंडरपासों में पानी भरकर 3 से 5 फुट तक पहुंच जाता है, जिससे वाहन बंद हो जाते हैं और यात्रियों की जान जोखिम में पड़ जाती है। इसके कारण हाईवे से कनेक्टिविटी भी खत्म हो जाती है और वाहन चालकों को लंबा चक्कर काटकर अन्य रास्तों का सहारा लेना पड़ता है।

एफएमडीए की उम्मीद

एफएमडीए के मुख्य अभियंता विशाल बंसल ने बताया कि इन दोनों अंडरपासों में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए सभी कार्य जनवरी में शुरू होंगे और अगले पांच महीने में इनका निपटारा कर लिया जाएगा। उनका मानना है कि अगले मानसून में इन दोनों अंडरपासों से पानी को तुरंत बाहर निकाला जा सकेगा, जिससे आने-जाने में कोई रुकावट नहीं होगी।

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