India News Haryana (इंडिया न्यूज), Weather And Agriculture : प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मानसून सक्रिय है, ऐसे में जहां मौसम सुहाना हो गया है, लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं किसानों की चिंता बढ़ गई है, चूंकि इन दिनों की हुई बरसात से अगेती धान की फसल को नुकसान पहुंचने की सम्भावना है। मानसून सक्रिय होने के चलते प्रदेश के कई जिलों में वीरवार को बारिश हुई। बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया वहीं जगह-जगह बरसाती पानी जमा होने से लोगों को परेशानी का सामना करन पड़ा। बारिश ने तापमान में भी गिरावट ला दी और लोगों को गर्मी से निजात मिली।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी दो दिन तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा और इस दौरान बूंदाबांदी के साथ-साथ बारिश भी हो सकती है। किसानों को चाहिए कि वो अपनी फसलों का लगातार निरीक्षण करते रहें। जींद में दस एमएम, सफीदों में एक तथा जुलाना, उचाना, पिल्लूखेड़ा में बूंदाबांदी हुई। वहीं किसान रोहताश, सुनील, विजेंद्र ने बताया कि इस समय पीआर धान और अगेती बासमती 1509 धान पकाव की तरफ है। अगर अब ज्यादा वर्षा होती है तो इन दोनों किस्म की धान की फसल में नुकसान होगा। पीआर धान की तो आगामी दस से 15 दिन में कटाई शुरू हो जाएगी। वहीं कपास की फसल में भी इस समय होने वाली वर्षा से फायदे की तुलना में नुकसान की आशंका ज्यादा है।
हालांकि बासमती 1121, 1718 किस्म की धान की फसल में वर्षा से फायदा होगा। जुलाई में सामान्य से कम वर्षा होने की वजह से बासमती धान की रोपाई में देरी हुई थी। जिसके कारण 20 हजार हेक्टेयर से ज्यादा में धान की रोपाई अगस्त में हुई थी। इस पछेती धान की फसल में वर्षा की जरूरत है। गांव पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में वीरवार को कहीं हल्की बारिश तो कहीं तेज बारिश हुई है। मानसून फिर से सक्रिय हुआ है। जिसके चलते आगामी दो दिन तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। किसान मौसम को ध्यान में रखते हुए कपास व धान की फसल में स्प्रे का काम रोक दें और लगातार फसलों का निरीक्षण करते रहें। खेतों में पानी का ठहराव न होने दें।
Haryana Weather Update: हरियाणा में नहीं थम रहा मानसून, IMD ने 20 जिलों में जारी किया अलर्ट