India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rohita Rewri : हरियाणा विधानसभा चुनाव में पानीपत शहरी सीट से टिकट कटने के बाद पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी ने निर्दलीय के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों और सदस्यता से त्यागपत्र दिया। जिसके बाद वह भीमगोडा मंदिर में पहुंची और वहां पर माथा टेका और आशीर्वाद लिया।
भीमगोडा मंदिर से रोहिता रेवड़ी अपने पति सुरेंद्र रेवड़ी के साथ स्कूटी पर सवार होकर लघु सचिवालय पहुंची और अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ सैकड़ों समर्थक भी रहे। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद रोहिता ने कहा कि उनका मुकाबला किसी के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी अकेली का चुनाव नहीं है, पूरे परिवार का चुनाव है। बता दें कि पानीपत शहरी सीट से कांग्रेस ने वरिंदर बुल्ले शाह और ग्रामीण सीट से सचिन कुंडू को मैदान में उतारा है। जिसके बाद कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है।
शहर की राजनीति में सुरेंद्र रेवड़ी सक्रिय रहते हैं, लेकिन उन्होंने खुद की बजाय अपनी पत्नी रोहिता को चुनाव लड़ने के लिए तैयार किया। रोहिता रेवड़ी ने 2013 में वार्ड 9 से नगर निगम पार्षद का चुनाव लड़ा। वें 10400 वोटों से जीतकर सदन में पहुंची। उस वक्त निकाय में यह सबसे बड़ी जीत थी। 2014 में भाजपा ने रोहिता रेवड़ी को शहरी विधानसभा से टिकट दिया। कांग्रेस से वरिंद्र सिंह बुल्ले शाह चुनाव मैदान में थे। रोहिता रेवड़ी ने शहरी विधानसभा से 92767 वोट हासिल किए, जबकि बुल्ले शाह को 39 036 वोट मिले। रोहिता रेवड़ी ने 53721 वोटों से वरिंदर शाह को हरा दिया था। उसे समय करीब 68 प्रतिशत वोट रोहित को मिले थे।
पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी के पति सुरेंद्र रेवड़ी यार्न व्यापारी हैं और लंबे समय तक यार्न डीलर एसोसिएशन की कमान संभाली है। वे समाजसेवा में भी आगे रहते हैं। रेवड़ी हैदराबादी बिरादरी से संबंध रखती हैं। पानीपत शहर में हैदराबादी बिरादरी के 15 से 16000 वोट बताए जा रहे हैं। पूरी बिरादरी राजनीतिक मामलों में एकजुट रहती है।