होम / Rekha Sharma Rajya Sabha MP : भाजपा उम्मीदवार रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई, इतने वर्ष तक का होगा कार्यकाल

Rekha Sharma Rajya Sabha MP : भाजपा उम्मीदवार रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई, इतने वर्ष तक का होगा कार्यकाल

BY: • LAST UPDATED : December 13, 2024

संबंधित खबरें

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rekha Sharma Rajya Sabha MP : हरियाणा में भाजपा उम्मीदवार को रेखा शर्मा को निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिया गया है। जी हां, ऐसा पहले ही अनुमान लगाया जा रहा था कि रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद बनेंगी। उनका 2028 तक कार्यकाल रहेगा वहीं रिटर्निंग अधिकारी आईएएस अशोक कुमार मीणा ने रेखा शर्मा को प्रमाण पत्र सौंप दिया है, जिसके बाद शाम को सभी अटकलों पर विराम लग गया।

Rekha Sharma Rajya Sabha MP : हरियाणा भवन में होगा भव्य स्वागत

मालूम रहे कि भाजपा ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी रेखा शर्मा को राज्यसभा कैंडिडेट बना था। मुकाबले में कांग्रेस ने किसी को भी मैदान में नहीं उतारा। ऐसे में BJP उम्मीदवार की जीत पहले की तय मान ली जा रही थी। रेखा शर्मा को निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिए जाने के बाद आज ही हरियाणा भवन में हरियाणा भाजपा की ओर से भव्य स्वागत समारोह भी आयोजित किया जाएगी।

Rakesh Tikait at khanauri Border : राकेश टिकेत का बड़ा बयान-… तो फिर कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे, नई रणनीति का आह्वान

मोदी की गुड बुक्स में रही रेखा शर्मा राष्ट्रीय महिला आयोग चेयरपर्सन भी रह चुकी

आपको बता दें कि रेखा शर्मा राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रह चुकी हैं। हरियाणा के पंचकूला की रहने वाली रेखा शर्मा को 2017 में महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। रेखा शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करीबी माना जाता है।

गौरतलब है कि मोदी के हरियाणा के संगठन मंत्री रहने के दौरान रेखा शर्मा ने पंचकूला में भाजपा कार्यालय की जिम्मेदारी संभाली थी। 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद रेखा शर्मा 2015 में राष्ट्रीय महिला आयोग में शामिल हुईं और 29 सितंबर 2017 को आयोग की अध्यक्ष नियुक्त की गईं। उन्होंने उत्तराखंड से राजनीति विज्ञान में डिग्री हासिल की। ​​वह पंचकूला में भाजपा सचिव के पद पर भी रहीं।

सभी विधायकों का भाजपा को ही रहा समर्थन

90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं। इसके अलावा 3 निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा को समर्थन दिया है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 37 विधायक हैं, जबकि 2 विधायक इनेलो के हैं। उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह चुके हैं कि चूंकि कांग्रेस के पास विधायकों की अपेक्षित संख्या नहीं है, इसलिए पार्टी राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी।

Ghaggar River के प्रदूषित पानी पर सैलजा का बयान- ‘न पीने योग्य न सिंचाई योग्य’..क्या पंजाब और हरियाणा कागजों में ही..सैलजा के तीखे सवाल

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT