चंडीगढ़/ब्यूरो
हरियाणा सरकार ने प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया मुक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में अपराधी के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे हैं। हम इस बात के लिए गंभीरता से प्रयासरत हैं कि महिलाओं के प्रति अपराधों पर अंकुश लगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों में उपस्थित प्रतिभागियों को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने के लिए अभियान की शुरुआत करने के साथ ही प्रदेश में सरकारी प्ले स्कूल खोलने की दिशा में काम करते हुए प्रदेश में 30 मॉडल क्रेच की विधिवत शुरुआत की। मोबाइल क्रेच की भी शुरुआत की गई। अभी तक प्रदेश में महिलाएं सहायता के लिए हेल्प लाइन नम्बर 181 पर काल कर सकती थीं। आज मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए व्हाट्सएप नम्बर की भी शुरुआत की। अब इमरजेंसी में प्रदेश की महिलाएं 9478913181 नम्बर पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी शिकायत कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। आज बड़ी चिंता केवल महिलाओं की सुरक्षा ही है। महिलाओं के प्रति अत्याचार के मामलों से निपटने के लिए सख्त कानून बनाये गए हैं। कानून अपना काम करता ही है।अपराधों पर केवल कानून से ही नियंत्रण नहीं किया जा सकता। ऐसे अपराधों पर संस्कारों और सुविचारों से भी काफी हद तक अंकुश लग सकता है। उन्होंने कहा कि मां से बढक़र कुछ नहीं। मां है तो सब कुछ है। उन्होंने अपना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि मेरी मां ने मुझे सपोर्ट न किया होता तो आज मैं यहां न होता।
इस अवसर पर महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मामलों के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने कई एमओयू साइन किए। मॉडल क्रेच के समझौते के साथ ही बचपन बचाओ अभियान के लिए कैलाश सत्यार्थी के एनजीओ से समझौता किया गया। भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। लिंगानुपात में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सिरसा, भिवानी और सोनीपत जिलों को क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया। इन पुरस्कारों के लिए पांच लाख, तीन लाख और दो लाख का पुरस्कार दिया गया। ये पुरस्कार इन जिलों के उपायुक्तों को प्रदान किया गया।
राज्य स्तरीय पोषण पुरस्कार प्रथम, द्वितीय और तृतीय क्रमश: नूंह, महेंद्रगढ़ और पंचकूला को दिया गया। पुरस्कार स्वरूप 2 लाख, एक लाख और 50 हजार रुपये की राशि दी गई। इन जिलों के उपायुक्तों ने ये पुरस्कार प्राप्त किये। खेल, सामाजिक कार्य और कर्मचारी वर्ग में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए भी 38 महिलाओं को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि झज्जर जिले में धापो ताई लोगों को घर घर जाकर बेटियों को बचाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। जिले में अब धापो ताई की मुहिम के साथ 25 महिलाएं जुड़ चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने धापो ताई के साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से बात भी की और नन्हे धापो ताई की मुहिम को पूरे प्रदेश में चलाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर हरियाणा में अनाथ बच्चों को संरक्षण और आश्रय देने के लिए बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘हरि हर योजना’ की शुरुआत की। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस योजना का विवरण सांझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाथ बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक राज्य के अनाथालयों में आश्रय दिया जाएगा और उसके बाद राज्य सरकार उसकी आगे की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। जिन अनाथ बच्चों ने स्कूली शिक्षा पूरी कर ली है, वे 25 वर्ष की आयु तक एक्स-ग्रेसिया के आधार पर ग्रुप सी और डी सरकारी नौकरी के लिए पात्र होंगे। यदि बच्चा स्नातक पूरा करता है तो उन्हें ईडब्ल्यूएस श्रेणी के तहत ग्रुप ए और बी की सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि खेलों के लिए बनाई गई नीतियां अब पैरालम्पिक और पैरा एथलेटिक्स के लिए समान रूप से लागू होंगी और इन केटेगरी के खिलाडिय़ों को वो सब सुविधाएं मिलेंगी जो सामान्य श्रेणी के खिलाडिय़ों को मिलती हैं।