सोनीपत / राम सिंह
बढ़ती मंहगाई के वजह से आम आदमीं के थाली से गायब हुआ प्याज । 10 दिन पहले 20-30 रुपयें किलों बिकने वाला प्जाज हो गया 50-60 रुपया किलों
सोनीपत जिले में सब्जियों के दाम लगातार आसमान को छू रहे हैं जहां एक तरफ टमाटर 60 से 70 रुपया किलो बिक रहा है तो वही प्याज 50 से 60 किलो के साथ बेचा जा रहा है। लगातार बढ़ती हुई महंगाई लोगों की कमर तोड़ रही है ।
लोगों की रसोई से सब्जियां गायब होनी शुरू हो गई है। सब्जी मंडी में भी ग्राहकों की संख्या काफी कम देखी जा रही है और जो भी ग्राहक सब्जी मंडी में पहुंचता है सब्जियों के भाव सुनकर एक दुकान छोड़कर दूसरी दुकान की तरफ बढ़ना शुरू हो जाता है और प्याज और टमाटर की कीमतों की अगर बात करें तो भारी उछाल आया है। 10 दिन पहले 20 से 30 रुपये बिकने वाला प्याज अब आंसू निकालने लगा है।
मंडियों में प्याज 50-60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। प्याज के दाम बढऩे से रसोई का बजट बिगड़ा ही जा रहा है । मंडी में सब्जी खरीदनें पहुंची महिलाओं का कहना है कि पहले गैस सिलेंडर के रेट बढ़े थे और अब प्याज के दामों में बढ़ोतरी हुई है। 10 दिन के अंतराल में भाव दोगुना हो गया है। प्याज के भाव में 20-30 रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जिसका सीधा असर आम आदमी की रसोई पर पड़ रहा है।
आपको बता दें कि अक्तूबर-नवंबर में हर वर्ष जिले की सब्जी मंडियों में कर्नाटक और राजस्थान से प्याज की आवक होती है लेकिन इस बार कर्नाटक और राजस्थान में बारिश की मार ज्यादा होने के कारण फसल पर इसका प्रतिकूल असर पड़ा है। इस बार प्याज के उत्पादन में कमी होने के कारण सब्जी मंडियों में आवक भी कम हो गई है। जिसके कारण आज प्याज के दाम दोगुना हो गए है।
10 दिन पहले प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वहीं अब इसकी कीमत 50 के पार पहुंच चुकी है। आगे भी प्याज की कीमतों में उछाल होने की संभावना जताई जा रही है। इसका असर अब खरीदारी पर दिखाई देने लगा है। अब कई ग्राहक तो भाव सुनकर ही संतुष्ट होकर आगे चलने लगते हैं। ग्राहकों की संख्या में भारी कमी आई है। वही लोग जहां 2 से 3 किलो सब्जी खरीदते थे अब आधा किलो सब्जी खरीद कर ही संतुष्टि हो कर घर लौट जाते हैं।
बढ़ती हुई महंगाई के कारणना ना केवल रसोई में सब्जियां बढ़ी है बल्कि व्यापारियों के लिए भी नेगेटिव प्रभाव पड़ा है।