India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rohtak PGI : पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस वायरस से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। अभी तक हरियाणा में एक भी केस इस वायरस का नहीं आया है, फिर भी एहतियात के तौर पर पीजीआईएमएस ने इसके लिए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार केस आने से पहले पूरी तैयारियां कर ली हैं।
पीजीआइएमएस में एचएमपीवी वायरस की जांच उपलब्ध है। यह कहना है पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ.एच.के. अग्रवाल का। वे शुक्रवार को अपने कार्यालय में एचएमपीवी से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक में बोल रहे थे। बैठक में निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल, डीन एकेडमिक अफेयर्स डाॅ. ध्रुव चौधरी, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. कुंदन मित्तल, प्राचार्य डाॅ. संजय तिवारी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
कुलपति डाॅ.एचके अग्रवाल ने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुंदन मित्तल ने इस संबंध में गत दिवस माइक्रोबायोलॉजी विभाग अध्यक्ष डॉ अपर्णा परमार, मेडिसिन विभाग के डॉ सुधीर अत्री, शिशु रोग विभाग के डॉ एनडी वासवानी, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग अध्यक्ष डॉक्टर नीलम व पीसीसीएम विभाग के डॉक्टर पवन के साथ मीटिंग करके आगामी रणनीति तैयार कर ली, ताकि यदि कोई केस आता है तो किसी प्रकार की कोई कमी ना रहे।
डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि बहुत जल्द फ्लू क्लीनिक शुरू किया जाएगा, जिसमें जुकाम, खांसी और गले में दर्द के मरीजों की ओपीडी के भूतल पर जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ वरुण अरोड़ा को एचएमपीवी वायरस का नोडल ऑफिसर बनाया गया है।
कुलपति डाॅ.एचके अग्रवाल ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि एचएमपीवी वायरस के संदिग्ध मामले में कोई भी लापरवाही ना बरती जाए। उन्होंने बताया कि गंभीर मरीज के जांच की सुविधा सी-ब्लाॅक में उपलब्ध होगी। माइक्रोबायोलॉजी विभाग को आदेश दिए गए हैं कि प्रतिदिन शाम को एचएमपीवी वायरस से संबंधित रिपोर्ट चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में भेजी जाएगी। सभी विभाग अध्यक्षों को भी एचएमपीवी वायरस के संदिग्ध की पूरी सूचना चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। डाॅ. अग्रवाल ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को सख्त आदेश जारी किए कि ओपीडी व अस्पताल में मास्क अवश्य लगाएं।
उन्होंने बताया कि यदि किसी मरीज को आइसोलेशन की जरूरत पड़ती है तो आपातकाल विभाग में 6 नंबर कमरा इसके लिए चिन्हित किया गया है। डॉ कुंदन ने बताया कि किसी व्यस्क मरीज को यदि वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है तो पीसीसीएम विभाग द्वारा वेंटीलेटर उपलब्ध करवाए जाएंगे और शिशु के केस में पीकू विभाग द्वारा वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए जाएंगें।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग को एचएमपीवी वायरस से आमजन को जागरूक करने के लिए ओपीडी में मुहिम चलाने के लिए आदेश दिए गए हैं। निदेशक डाॅ.एस.के. सिंघल ने कहा कि वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, इससे बचाव के तरीके अवश्य अपनाएं। संस्थान में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन प्लांट, मास्क वेंटिलेटर उपलब्ध हैं, जिन्हें जरूरत के हिसाब से और अधिक बढ़ा दिया जाएगा।