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Sawan Shivratri 2022 : हरियाणा में कल शाम इतने बजे होगा जलाभिषेक

• LAST UPDATED : July 25, 2022

इंडिया न्यूज, Haryana News (Sawan Shivratri 2022) : सावन में हरिद्वार से गंगाजल लाने के लिए कांवड़ियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। हरियाणा और यूपी सरकार द्वारा इस बार भी कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। बता दें कि सावन की शिवरात्रि कल मंगलवार यानी 26 जुलाई को है। शाम को 6 बजकर 46 मिनट के बाद जलाभिषेक का उत्तम समय बताय गया है। इस दिन भक्त व कांवड़ भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। सभी मंदिरों में भी विशेष रूप से पूजा की जाती है, इसलिए पूजा से पहले शुभ मुहूर्त व सही समय का पता होना काफी जरूरी है। आईए आपको बताते हैं कल का शुभ मुहूर्त। Sawan Shivratri 2022

बताया गया है कि सावन में जिस दिन त्रयोदशी दिन में हो और दोपहर बाद चतुर्दशी तिथि लगती हो, उसी दिन सावन की शिवरात्रि मनाने का विधान है, इसलिए मंगलवार शाम 6.46 बजे शिवरात्रि शुरू हो जाएगी और अभिषेक करने का यही सबसे उत्तम समय है। शास्त्रों में शिवरात्रि के इस दिन शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाने का भी विशेष महत्व बताया है।

4 पहर की पूजा का विधान (Sawan Shivratri 2022)

शिवरात्रि पर रातभर 4 पहर की पूजा होती है, जिसमें पूजा करने का विशेष फल श्रद्धालुओं को मिलता है वहीं शिवरात्रि के इस पर्व को लेकर कांवड़ियों और अन्य लोगों में भी विशेष उत्साह देखा जा रहा है। बताया गया है कि मंगलवार शाम 6 से रात 9 बजे तक पहला पहर, फिर रात 9 से लेकर 12 बजे तक दूसरा पहर, रात 12 से 3 बजे तक तीसरा पहर व अलसुबह 3 से सुबह 6 बजे तक चौथा पहर होगा जिस कारण सारी रात और सुबह शिव की पूजा होती रहेगी।

इसलिए चढ़ाया जाता है दूध और गंगाजल

मान्यता है कि सावन की इस शिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव ने विष पिया था, जिस कारण गर्मी बढ़ गई थी, इसीलिए दूध व गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। इस माह में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का कारण यह भी है कि इस माह लोग दूध नहीं पीते, इसलिए शिवलिंग पर चढ़ाने की प्रथा है।

हरियाणा के कई मंदिर सजे

सावन मााह की इस शिवरात्रि को लेकर प्रदेशभर के सभी शिव मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है जिसके कारण चहुंओर धार्मिक वातावरण नजर आ रहा है। रात को मंदिर लाइटों से और भी भव्य रूप लिए हुए हैं। वहीं अनेक कांवड़िये हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौट रहे हैं जिनको कल शिवलिंग पर चढ़ाया जाएगा।

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