करनाल/केसी आर्य: करनाल में दो साल में केंद्रीय स्टॉक रजिस्टर में 10 लाख 19 हजार रुपए खेल सामान का घोटाला सामने आया है। अभी जिला स्टोर की जांच होना बाकी है, जिला खेल अधिकारी से एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है।
करनाल प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक, एशियन खेल से लेकर खेलो इंडिया तक हरियाणा का नाम रोशन कर रहे हैं। खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह का हर खिलाड़ी तक, हर सेंटर पर सामान पहुंचाने का प्रयास जारी है। इसी प्रयास से खेल राज्य मंत्री ने छह मार्च को प्रदेश के सेंटर स्टोर में कर्ण स्टेडियम करनाल में शहर के लोगों द्वारा खेल सामान में गड़बड़ी की शिकायत दी जाने को लेकर औचक निरीक्षण किया था। उस दौरान खेल मंत्री ने सेंटर स्टोर के रजिस्ट्रर में खाफी खामियां पाई थी। जिसके चलते खेल मंत्री ने तत्कालीन स्टोर कीपर और डीएसओ को सस्पेंड किया था। जिसके बाद महालेखाकार हरियाणा द्वारा 2018 अप्रैल से 2020 मार्च तक खेल सामान का स्टॉक जांचा गया। जो 8 जून से 10 जुलाई तक ऑडिट किया गया था। ऑडिट पार्टी द्वारा पैरा 9 के अंतर्गत 10 लाख 19 हजार रुपए की राशि का केंद्रीय स्टॉक रजिस्ट्रर करनाल में कम सामान को दिखाया गया। कम दिखाए गए सामान को लेकर जिला खेल अधिकारी को निर्देश दिए गए है कि एक सप्ताह के अंदर इस मामले में अपनी जवाब सौंपे । जिला खेल विभाग अपनी पुरानी खामियों को दबाए बैठा है ताकि किसी भी बाहरी व्यक्ति को खेल सामान के घोटाले का पता ना चले। खिलाड़ियों के खेल सामान को लेकर बड़ी गडबड़ी पाया जाना जिला खेल विभाग बड़ी लापरवाही है।
वहीं स्टेट स्टोर सेन्टर तो बना हुआ है लेकिन खेल का सामान बाहर ही पड़ा रहता है , प्रदेश के स्टोर सेन्टर की जांच हुई तो 10 लाख 19 हज़ार की गड़बड़ी पाई गई , ऐसे में अभी जिला स्टोर की अभी जांच होना बाकी, जांच हुई तो बड़ी गडबड़ी की आशंका हो सकती है। देखना ये होगा कि जो घोटाला सामने आया है उसमें मौजूदा DSO क्या जवाब देते हैं औऱ जो खेल के सामान की गड़बड़ी हुई है उसकी भरपाई कैसे होती है।