इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Scientists’ Guess On Variant Omicron नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक संक्रामक बताया जा रहा है। अब तक के मिले डाटा के आधार पर डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को बहुत ज्यादा हाई रिस्क पर रखा है। ओमिक्रॉन की पहचान दक्षिण अफ्रीका से हुई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं है। हालांकि, प्रारंभिक साक्ष्य इस बात की संभावना को बढ़ाते हैं कि इस वैरिएंट में ऐसे म्यूटेशन हैं जो इम्यून सिस्टम रिस्पॉन्स से बच सकते हैं और एक से दूसरे व्यक्ति में इसे फैलाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। अभी इस वैरिएंट को अच्छे से समझने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सभी देशों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन को बढ़ावा देना चाहिए। अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट से किसी भी मौत का मामला सामने नहीं आया है। ये कितना संक्रामक है, बीमारी को कितना गंभीर कर सकता है और वैक्सीन पर कितनी कारगर होगी इन सभी चीजों के बारे में वैज्ञानिक जानकारी जुटा रहे हैं। बताया जा रहा है लंबे समय से वैज्ञानिक ये चेतावनी देते आ रहे हैं कि ये वायरस उन जगहों पर फिर से पनप सकता है जहां वैक्सीनेशन अभियान कमजोर हो। बता दें कि ये वैरिएंट अफ्रीका के एक ऐसे महाद्वीप से फैला है, जहां सिर्फ 7 फीसदी आबादी को वैक्सीन लगी है
अभी तक ओमिक्रॉन इतने देशों में फैल चुका (Scientists’ Guess On Variant Omicron)
ओमिक्रॉन की घोषणा होते ही दुनिया के सभी प्रमुख देशों ने सबसे पहला कदम अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट पर बैन लगाने के रूप में उठाया। साउथ अफ्रीका में सामने आने के कुछ दिन के अंदर ही ओमिक्रॉन एक दर्जन देशों में फैल चुका है, जिनमें आस्ट्रेलिया, बेल्जियम, बोत्सवाना, ब्रिटेन, डेनमार्क, जर्मनी, हॉन्ग कॉन्ग, इजराइल, इटली, नीदरलैंड, फ्रांस और कनाडा शामिल हैं। अफ्रीकी देशों की फ्लाइट पर बैन लगाने वाले देशों में यूरोपीय यूनियन, से लेकर कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, ब्राजील, थाईलैंड, आॅस्ट्रेलिया, सिंगापुर, तुर्की, मिस्र, दुबई, सऊदी अरब, बहरीन, श्रीलंका और जॉर्डन जैसे देश शामिल हैं।
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