India News (इंडिया न्यूज़), Selja on Farmers Movement, चंडीगढ़ : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि किसानों के लिए एमएसपी पर कानून बनाने का वादा करने वाली भाजपा की केंद्र सरकार अब लाठी-गोली का सहारा ले रही है। किसानों को शांतिपूर्वक अपने ही देश की राजधानी तक पहुंचने देने की बजाय उन्हें रास्ते में ही रोकना और उनके साथ तानाशाहों जैसा व्यवहार करना अति निंदनीय है। सरकार को किसानों के आंदोलन को बलपूर्वक कुचलने के बजाय बातचीत के जरिए हल करना चाहिए।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि पंजाब के किसान लंबे समय से केंद्र सरकार को उसके वादे याद दिला रहे हैं। वे अपनी मांगें पूरी न होने पर दिल्ली तक मार्च करने का ऐलान कर रहे थे, लेकिन दिल्ली में बैठी तानाशाही सरकार ने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और अब जब किसान दिल्ली के लिए निकल पड़े हैं तो राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पुलिस को उन पर रबड़ की गोलियां चलाने और लाठीचार्ज करने के आदेश दे रही है। वे उन पर आंसू गैस के गोले छोड रहे हैं, लाठियां बरसा रहे हैं।’ यह हृदय विदारक बात है।
केंद्र सरकार के पास देश के 62 करोड़ किसानों का कर्ज माफ करने के लिए पर्याप्त धन नहीं है। इस बीच प्रधानमंत्री ने अपने चंद उद्योगपति मित्रों का 10,50,000 करोड़ का कर्ज एक झटके में माफ कर दिया है। इससे स्पष्ट है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार किसान और मजदूर विरोधी है। यह सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार है। कुमारी सैलजा ने कहा कि देश की छोटी-बड़ी आर्थिक गतिविधियां किसानों की बदौलत ही चलती हैं। किराये की छोटी सी दुकान भी तभी चलती है जब किसान की जेब में पैसा हो। अच्छी फसल के बाद ही बाज़ार में नए उत्पादों की बिक्री बढ़ती है। लेकिन, भाजपा के शासन में किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल रहा।
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केंद्र सरकार और भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकारें लगातार किसानों को परेशान कर रही हैं और उनके साथ भेदभाव कर रही हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी केंद्र सरकार को अपनी जिद्द छोड़नी चाहिए। उन्हें तुरंत किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित करना चाहिए।’ जब किसान दिल्ली जाना चाहते हैं तो उन्हें राजधानी पहुंचकर अपनी बात कहने का अधिकार है। दिल्ली में उनका स्वागत किया जाना चाहिए, न कि उन पर गोली या लाठीचार्ज किया जाना चाहिए।’ सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही चरम पर है और अगर देश और प्रदेश में हालात ऐसे ही रहे तो निश्चित तौर पर देश की आंतरिक स्थिति जनता के लिए प्रतिकूल हो सकती है।
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