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Sex Diagnosis: कोख के कातिल गिरफ्तार !

• LAST UPDATED : April 9, 2021

झज्जर/जगदीप राज्यान

झज्जर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच गिरोह के ऐसे सदस्य को काबू किया है जो भ्रूण लिंग जांच के आरोप में चार बार जेल जा चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले दिनों विभाग को सूचना मिली थी कि, गुरुग्राम जिले में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जिसके तार झज्जर जिले के लोगों से जुड़े हुए हैं।

बार-बार जेल जाने के बाद भी नहीं सुधरा आरोपी

झज्जर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिंग जांच गिरोह के एक ऐसे सदस्य को काबू किया है, जोकि लिंग जांच के आरोप में चार बार जेल जा चुका है और इसी साल जनवरी माहीने में वह जमानत पर छूटकर आया था. जमानत पर जेल से बाहर निकलते ही आरोपी ने बजाय गुनाह के तौबा करने के उसी जुर्म की दलदल में घुस गया, जिसने उसे जेल की सलाखों के पीछे की हवा खिलाई थी. आरोपी की पहचान धर्मेन्द्र उर्फ सोनू निवासी भिंडावास जिला झज्जर के रूप में हुई है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले दिनों विभाग को सूचना मिली थी, कि गुरूग्राम जिले में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जिसके तार झज्जर जिले के लोगों से जुड़े हुए हैं, और वह भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर गर्भ में पल रहे बच्चे की लिंग जांच कराते है. टीम ने पूरा मामला जिला सिविल सर्जन के संज्ञान में लाया और उसके बाद लिंग जांच गिरोह में शामिल सदस्यों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए एक योजना तैयार की।

इस योजना के तहत रेवाड़ी से एक गर्भवती महिला को प्रलोभन ग्राहक के रूप में तैयार किया गया. इसी महिला ने टीम की योजना अनुसार गुरूग्राम जिले के कस्बा फरूखनगर में एक हैल्थ लैब चला रहे लैब के संचालक और उसके यहां काम करने वाले से सम्पर्क किया. लिंग जांच की एवज में लैब संचालक ने 60 हजार रूपए की रकम की मांग की. सौदा तय हो जाने के बाद गिरोह के इन सदस्यों ने महिला को गुरूवार के दिन झज्जर के नागरिक अस्पताल के सामने मिलने का समय तय किया।

60 हजार में तय हुआ था लिंग जांच का ठेका

तय समयअनुसार लैब संचालक स्वीफ्ट गाड़ी में गिरोह के सदस्यों के साथ दो बाइक सवार को साथ लेकर झज्जर पहुंचे. यहां सिविल अस्पताल के सामने लैब संचालक ने प्रलोभन ग्राहक से सिविल अस्पताल की पर्ची कटवाने की बात कही और 60 हजार रूपए ले लिए. सिविल अस्पताल से पर्ची कटने के बाद गिरोह के सदस्य महिला को बाइक पर बैठाकर शहर के भगत सिंह चौक के पास स्थित आरबी अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां गिरोह के कुछ सदस्य अस्पताल के बाहर गाड़ी में बैठे रहे।

जबकि लैब संचालक अपने साथी के साथ अस्पताल के बाहर ही पूरी स्थिति पर नजर रखे रहे. इसी दौरान गिरोह में शामिल भिंडावास गांव का दलाल महिला को लेकर अस्पताल में पहुंचा और उसे वहीं पर बैठाकर, महिला की पुरानी अल्ट्रासाऊंड रिपोर्ट देखकर उसे उसके गर्भ में लड़का होने की बात बताई. उसी दौरान पूरे मामले पर नजर रखे हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम डा.ममता सोनी के नेतृत्व में इशारा मिलते ही रेड़ करने पहुंची टीम को देखते ही गिरोह के सभी सदस्य मौके से फरार हो गए।

जबकि दलाल को टीम की पकड़ लिया. इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर सिटी थाने में दलाल सहित 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. गिरोह के इन सदस्यों में एक छात्र,एक लैब संचालक भी शामिल है. मामले में विशेष बात यह है कि जो दलाल टीम की पकड़ में आया है उस पर पहले भी तीन बार इसी सन्दर्भ में रेड़ कर गिरफ्तार किया गया है .फिलहाल वह अदालत से जमानत पर है।