India News Haryana (इंडिया न्यूज), Gurugram: आज भी महिलाओं की स्थति कई राज्यों में वैसी की वैसी है। आज भी महिलाओं की स्थति में कोई सुधार नहीं आया। बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ केवल एक जुमला बन कर रह गया है। आज भी बेटियों को पैदा होने से पहले ही मौत के घाट उतार दिया जाता है। जी हाँ भ्रूण हत्या के मामले आज भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीँ एक रिपोर्ट में बड़ा दावा हुआ है दरअसल गुरुग्राम जिले में लिंगानुपात 928 से घटकर 899 पहुँच गया है। जी हाँ जिले में लिंगानुपात में 29 अंकों की गिरावट आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को पानीपत से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की थी। उस समय गुरुग्राम जिले का लिंगानुपात 875.51 था। केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से लिंगानुपात बढ़ाने के लिए कई अहम कदम उठाय गए थे। लेकिन सरकार की मेहनत भी किसी काम न आ सकी। इन योजनाओं के तहत लिंगानुपात में सुधार भी दर्ज किया गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें, साल 2023 में जिले का लिंगानुपात 928 पहुंच गया था। वहीँ गुरुग्राम प्रदेश में लिंगानुपात में पांचवें स्थान पर था । अब 2024 में जिले का लिंगानुपात गिरकर 899 हो गया है।
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लिंगानुपात की भयावह तस्वीर के लिए बदनाम प्रदेश के माथे पर फिर भ्रूण हत्या का दाग लग गया है। न तो भ्रूण हत्या पर ही पूरी तरह से पाबंदी लगी है ,और न ही एमटीपी किट बेचने के धंधे पर पाबंदी लगी है। आज की बेटी और कल की नारी बनने से पहले ही बेटियों का कत्ल किया जा रहा है। वहीँ जाकारी के मुताबिक अब दंपति भ्रूण जांच कराने के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। जी हाँ, इस साल 25 से ज्यादा फर्जी डॉक्टर और अस्पताल पकड़े गए हैं।