शिमला में बना 18 करोड़ रुपए से हेलीपोर्ट
प्रदेश में 64 हेलीपोर्ट, 38 नए पर चल रहा काम
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला।
Shimla Heliport मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में संजौली-ढली बाईपास के समीप 18 करोड़ रुपए की लागत से बने हेलीपोर्ट का लोकार्पण किया। इस हेलीपोर्ट से न केवल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि आईजीएमसी के समीप होने से इसका उपयोग आपातकालीन सेवाओं में भी प्रभावी रूप से किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि इस परियोजना के निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने स्वदेश दर्शन कार्यक्रम के हिमालयन सर्किट के तहत 12.13 करोड़ रुपए और केन्द्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत 6 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि इस तीन मंजिला हेलीपोर्ट में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं जैसे रिसेप्शन काउंटर, हेलीपोर्ट प्रबंधक कार्यालय, टिकट काउंटर और वीआईपी लाउंज आदि शामिल हैं।
हेलीपोर्ट में यात्रियों के आगमन के लिए पोराटा केबिन की सुविधा, 50 वाहनों के लिए र्पाकिंग, हेलीकॉप्टर के लिए डेक और सेफ्टी नेट भी हैं। उन्होंने कहा कि यह हेलीपोर्ट 10.3 बीघा भूमि के क्षेत्र में फैला है तथा भिति चित्रों द्वारा इसका सौंदर्यीकरण किया गया है। यह हेलीपोर्ट सीसीटीवी/निगरानी तंत्र से पूर्ण रूप से युक्त है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की उड़ान-2 योजना के तहत बद्दी, रामपुर तथा मंडी में भी हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार, केंद्रीय पर्यटन तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालय को रिकांगपिओ, चम्बा, डलहौजी, जंजैहली, ज्वाला जी आदि में नए हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए शीघ्र प्रस्ताव भेजेगी, जिससे इन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्य पर्यटन गंतव्यों से जुड़े राष्ट्रीय उच्च मार्गों की फोर लेनिंग के साथ-साथ हवाई यातायात सुविधा पर विशेष बल दिया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 64 हेलीपेड हैं तथा प्रदेश सरकार द्वारा 38 नए हेलीपेड का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
राहत एवं बचाव कार्यों के दौरान तथा आपातकालीन स्थिति में रोगियों को बड़े अस्पतालों में ले जाने में भी सहायता मिलेगी। हिमाचल प्रदेश में हेलीपोर्ट पर्यटन तथा आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में वरदान सिद्ध होंगे।
Also Read: Covid cases today in India 24 घंटों में ढाई लाख केसों ने बढ़ाई चिंता