इंडिया न्यूज़, हरियाणा:
इंडिया न्यूज़ हरियाणा के शाइनिंग हरियाणा कॉन्क्लेव 2022 (Shining Haryana Conclave 2022) का आयोजन फरीदाबाद में हुआ। इस मंच पर कई हस्तियों ने उद्योग, स्वास्थ्य, व्यापार, विकास के मुद्दे पर अपने अपने पक्ष रखे। प्रदेश में विकास की मौजूदा स्थिति पर भी इस कार्यक्रम में चर्चा हुई।
कार्यक्रम के पहले सत्र में पूर्व कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल (Vipul Goyal) ने बिजली की समस्या और उद्योगों की चुनौती पर अपने विचार पेश किए हैं। फरीदाबाद की खस्ताहाल सड़कों के बारे में विपुल गोयल ने जनता से माफ़ी मांगते हुए कहा कि “मैं प्रदेश की जनता से माफ़ी मांगते हूं। जो विकास हम एक साथ कर रहे हैं, उसकी बजाए 2 – 3 सड़कों को एक बार में बनाते तो जनता को इन मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ता। लेकिन आने वाले 4 – 6 महीनों में प्रदेश की एक नई तस्वीर आप सबके सामने आएगी। हम हर 15 से 20 दिन में नई सड़क जनता के लिए खोल रहे हैं।”
फरीदाबाद में उत्पन्न बिजली की स्थिति पर विपुल गोयल ने कहा है कि किसी पर आरोप लगाना बहुत आसान होता है। लेकिन आपको वैश्विक स्थिति देखनी चाहिए। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) से कोयला संकट (coal crisis) खड़ा हो चुका है। हमारे पड़ोसी मुल्क श्रीलंका (Sri Lanka) और नेपाल (Nepal) में 24 से 36 घंटे बिजली गायब रहती है।
भारत में सिर्फ 4 से 6 घंटे बिजली का कट लग रहा है। बिजली संकट से उभरने के लिए सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है। कई देशों से कोयला आयत किया जा रहा है। इस संकट पर सरकार बड़ी तेजी के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कमान अपने हाथ में ले ली है। आने वाले 4 से 5 दिनों में बिजली संकट से राहत मिलेगी।
विपुल गोयल ने आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पर हमला करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जो आरोप लगा रही है वो एक विपक्षी पार्टी होने के नाते ठीक नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजली संकट हरियाणा से कहीं ज्यादा है। आम आदमी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) को कोई खतरा नहीं है।
भाजपा आम आदमी के अधिकारों उनकी जरूरतों के प्रति पूर्णतया सजग है। चार राज्यों में भाजपा ने बम्पर जीत हासिल की है। जिसका मतलबा है हमने जनता का भरोसा जीता है। पंजाब में आप की सरकार बने अभी 2 महीने ही हुए हैं और पटियाला में हिंसा भी हो गई। सरकार बनाना और सरकार चलाने में जमीन आसमान का अंतर है।
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