India News Haryana (इंडिया न्यूज),Farmers Protest: जहाँ एक तरफ पंजाब और हरियाणा की सीमाओं को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर घेर रखा है, तो वहीँ दूसरी ओर विपक्ष भी कही न कहीं राज्य सरकार के खिलाफ बड़ी प्लानिंग करता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पंजाब और हरियाणा बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे दो किसान संगठनों के साथ सोमवार को बैठक की। इस बैठक का मकसद एक संयुक्त आंदोलन की रूपरेखा तैयार करना था, जिसके जरिए केंद्र पर उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाया जा सके।
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इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि लड़ाई जीतने के लिए जनता का साथ बहुत जरूरी है। किसान नेता लगातार इस आंदोलन को बड़े स्तर पर करवाने के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। वहीँ किसान संगठनों के बीच एकता पर जोर देते हुए तीनों संगठनों के नेताओं ने फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों के लिए एकजुट लड़ाई की रूपरेखा तैयार करने को लेकर 18 जनवरी को एक और बैठक आयोजित करने का फैसला किया। इस बैठक में आंदोलन को लेकर कई सकते हैं।
आपको बता दें ये बैठक काफी लंबे समय तक चली। वहीँ इस बैठक में एसकेएम नेता जोगिंदर सिंह उगराहां, बलबीर सिंह राजेवाल, दर्शन पाल, रमिंदर पटियाला और युद्धवीर सिंह शामिल रहे। वहीँ इस बैठक का आयोजन पटियाला के पतरान में हुआ। ये बैठक लगभग 2 घंटे तक चली। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम की ओर से सरवन सिंह पंढेर, काका सिंह कोटरा, अभिमन्यु कोहाड़, सुरजीत सिंह फुल, सुखजीत सिंह हरदोझंडे और गुरिंदर सिंह भंगू मौजूद थे।
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