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Haryana Election 2024: BJP ने हरियाणा चुनाव में क्यों चुनी परिवारवाद की राह ? ,जानिए इसके पीछे की वजह

• LAST UPDATED : September 10, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Election 2024: हरियाणा में चुनाव क्र चलते राजनीतिक दलों ने एक बार फिर से परिवारवाद की राह चुनी है। दरअसल, जो नेता स्वयं चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, वो अपने परिवार के किसी खास सदस्यों को राजनीति में उतार रहे हैं और चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें हरियाणा में सबसे पहले बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करि और इस लिस्ट में कुल 67 सदस्य शामिल है, इन उम्मीदवारों में कुछ नेता ऐसे हैं जिनको बैकग्राउंड से अच्छा सपोर्ट मिला हुआ है।

इनमे दक्षिण हरियाणा के राजा कहे जाने वाले और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत इस बार अपनी बेटी आरती राव को राजनीति में उतारने में कामयाब हो गए हैं।आपको बता दे राव इंद्रजीत पहले ही आरती राव को राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर चुके हैं।अहीरवाल में मंच बनाकर राजनीति में सक्रिय आरती राव बीजेपी के टिकट पर अटेली से चुनाव लड़ेंगी।

  • शक्ति शर्मा के परिवार का भी रहा राजनीतिक इतिहास
  • बीजेपी ने किरण चौधरी के बेटी को उतारा मैदान में
  • कुलदीप बिश्नोई के बेटे को भी दिया गया टिकट

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शक्ति शर्मा के परिवार का भी रहा राजनीतिक इतिहास

इनके अलावा बीजेपी समर्थित निर्दलीय राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की मां शक्ति रानी शर्मा पहले ही अंबाला शहर नगर निगम की मेयर हैं। हाल ही में उन्होंने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है। पार्टी में शामिल होने के बाद अब बीजेपी ने उन्हें कालका से चुनाव मैदान में उतार दिया है। शक्ति रानी कालका से अपनी ही पार्टी हरियाणा जनचेतना पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ चुकी हैं। शक्ति रानी पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी हैं।

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बीजेपी ने किरण चौधरी के बेटी को उतारा मैदान में

आपकी जानकारी के लिए बता दें, किरण चौधरी काफी लंबे समय तक कांग्रेस में रहीं उसके बाद किरण अब बीजेपी के कोटे से राज्यसभा में जा चुकी हैं। आपको बता दें तोशाम किरण चौधरी का पारंपरिक हलका रहा है। किरण के राज्यसभा में जाने के बाद यह सीट जब खाली हुई तो बीजेपी ने यहां से उनकी बेटी श्रुति चौधरी को ही टिकट सौंप दिया है । आपको बता दें किरण चौधरी एक कार्यक्रम के दौरान श्रुति चौधरी को स्व. सुरेंद्र सिंह की राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर चुकी हैं।

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कुलदीप बिश्नोई के बेटे को भी दिया गया टिकट

वहीं अगर बात करें कुलदीप बिश्नोई की तो बीजेपी ने इनके बेटे को भी टिकट दिया है । जी हाँ , बीजेपी में सक्रिय भूमिका निभा रहे कुलदीप बिश्नोई खुद को पीछे रखकर, अपने पारंपरिक विधानसभा हलके आदमपुर से बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिलवाने में कामयाब हो गए हैं। वहीं बीजेपी ने फतेहाबाद से दुड़ाराम बिश्नोई को चुनाव मैदान में उतारा है।खास बात ये है कि दुड़ाराम रिश्ते में कुलदीप बिश्नोई के भाई लगते हैं।ऐसे कई और भी नेता हियँ जो अपने परिवार के सदस्यों को चुनावी मैदान में उतारने में कामियाब रहे।

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