ऊँचा समाना गांव में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के स्मृति दिवस के मौके पर खेल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की शुरुआत गांव में लगी नेता जी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए की गई, गांव के स्टेडियम में खिलाडियों के बीच पहुंचे ओलम्पिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त और बबिता फौगाट, ने कहा कि बच्चों को ओलम्पिक खेलों को देखना चाहिए, इससे उन्हें खेल के प्रति प्ररेणा मिलेगी।
दोनों स्टार खिलाडियों ने कहा कि भारतीय खिलाडियों का दल इस बार पहले की तुलना में ज्यादा मैडल जीतकर लौटेगे, इस कार्यक्रम में सुभाष चन्द्र बोस की पड़पोती राजश्री चौधरी को भी शामिल होना था लेकिन किसी कारण वे करनाल के प्रोग्राम से वापस लौट गये। महान क्रांतिकारी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के स्मृति दिवस पर निवर्तमान सरपंच निशांत राणा और ग्राम वासियों की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में भाजपा सांसद संजय भाटिया, विधायक हरविन्द्र कल्याण, सीएम के प्रतिनिधि संजय बठला, जिला अध्यक्ष योगेन्द्र राणा सहित अन्य अतिथि लोग शामिल हुए।
मंच से स्कूली छात्रों और खिलाडियों को सम्बोधित करते हुए सांसद संजय भाटिया ने कहा कि, देश के लिए सर्वस्व न्योैछावर करने वाले भगत सिंह, उधम सिंह और सुभाष चन्द्र बोस जैसे शहीदों के साथ पहले सरकारों ने न्याय नहीं किया, सिर्फ एक ही परिवार की महिमा का वर्णन किया गया, उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने देश के स्टार खिलाडियों से प्ररेणा लेनी चाहिए।
ऊंचा समाना गांव में पहुचे योगेश्वर दत्त और बबिता फौगाट ने कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात है कि, महिला खिलाडियों ने तीन मैडल जीत लिए हैं, अभी कई अन्य इवेन्ट्स में पदक जीतने की उम्मीदे बरकरार है, बबीता फौगाट ने कहा कि न्यूज़ और स्पोर्ट्स चैनल क्रिकेट को अधिक फोकस करते हैं, इसलिए युवा वर्ग क्रिकेट की तरफ अधिक झुकाव रखता है। बच्चों को ओलम्पिक खेलों को देखना चाहिए इससे उन्हें अन्य खेलों और उनके स्टार खिलाडियों के बारे में जानकारी मिलेगी, योगेश्वर दत्त ने कहा कि ओलम्पिक सबसे बड़ा इवेंट होता है इसलिए इन खेलों का खिलाडियों पर दबाव अधिक होता है।