इशिका ठाकुर, करनाल।
SP’s Press Conference in Jash Murder Case जश हत्याकांड मामले में करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया (SP Gangaram Poonia) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मेडिकल बोर्ड की जो बात सामने आई है, अभी इसको निगरानी में रखा जाए, बाकी फाइनल रिपोर्ट कुछ समय बाद दी जाएगी। इसमें हम एक डिटेल रिपोर्ट लेंगे, ताकि हमें उसके बारे में सारी जानकारी मिल सके। जश के सिर पर थोड़ी चोट पाई गई थी, बाकी शरीर पर कहीं भी कोई निशान नहीं मिले थे और न ही तांत्रिक विद्या का इसमें कोई हाथ है।
परिवार सीबीआई की जांच की मांग कर रहा है, उस पर कहा कि जब तक जांच जिला पुलिस कर रही है, तब तक हमारा पूरा प्रयास होगा कि जांच निष्पक्ष हो, कुछ रिपोर्ट हमारे पास आ गई है। कुछ बाकी है। एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक जांच में निकलकर सामने आया है कि राजेश के घर की छत पर 3 से 3.30 बजे अंजली ने शव रखा था। जिस बाबा पर शक था, उस बाबा को 5 तारीख को 3.00 बजे ही ढूंढ कर लिया गया था और परिवार के लोगों को पुलिस थाने में बुलाया गया था, ताकि वह इसकी शिनाख्त कर सके। लेकिन बाबा का इसमें कोई रोल सामने नहीं आया। फिर ग्राम वासियों के साथ पुलिस टीमें तैनाती की गई थी और जांच के लिए लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि अभी कुछ और जांच बाकी है जो हमारी टीम कर रही है और हमें पूरी उम्मीद है कि इस पूरे मामले की तह तक हम पहुंच पाएंगे।
अभी तक राजेश और अंजलि के पति विकास का मामले में शामिल होने का कोई भी तथ्य नहीं मिला हैं। इसलिए हमने फिर भी जांच के लिए फोन जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा है, वह रिपोर्ट आनी बाकी है। अंजलि ने अपने पति से फोन पर चैट करते हुए कहा कि जब शव का पोस्टमार्टम चल रहा था, तब उन्होंने चैट पर अपने पति से कहा था कि क्या पोस्टमार्टम हो गया है तो उन्होंने कहा कि अभी चल रहा है तो उन्होंने कहा कि वह मेरे पास खेलने आया था तो मेरे फिंगरप्रिंट्स भी उसके बॉडी पर आएंगे तब उसके पति ने कहा था कि घबराने की बात नहीं जब तुमने कुछ किया नहीं तो तुम्हारा इसमें शामिल होना नहीं पाया जाएगा और बाद में चैट अंजली के द्वारा डिलीट कर दी गई थी।
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि अंजलि ने बताया कि जश और उसकी बहन अंजलि के घर आए हुए थे, उस समय अंजली अपना फोन देख रही थी तो उसी समय जस की बहन वहां से चली गई। इस दौरान ही अंजलि अपने फोन पर सीआईडी सीरियल देख रही थी तो उसमें एक मर्डर का सीन सामने आया, तब उसने पहले खुद को मारने की कोशिश की, लेकिन बाद में जब जस फोन पर गेम खेल रहा था तो पीछे से चार्जर की तार से उसका गला दबा दिया। एक बार उसका गला दबाया तो थोड़ा फिर ढीला छोड़ दिया, लेकिन फिर अंजलि ने सोचा कि कहीं यह जाकर अपने घर न बता दे तब उसने दोबारा से उसी तार से उसका गला दबाकर उसी को मौत के घाट उतार दिया और एक बैग में उसको पैक करके बेड में छिपा दिया, वह उसकी डेडबॉडी को कहीं ठिकाने नहीं लगा सकी क्योंकि गांव वालों और पुलिस की तरफ से पूरे गांव में पहरा लगा दिया गया था। तब उसने सुबह 3 बजे राजेश के घर की छत पर उस डेड बॉडी को रखा जिसको राजेश की पत्नी और मां ने देखा।
अभी तक पुलिस के द्वारा वहां से सबूत इकट्ठे कर लिए हैं, जिस तार से उसकी मृत्यु की गई है, वह भी कब्जे में ले ली गई है और इस बैग में इसको डालकर रखा गया था। वह बैग भी बरामद कर लिया गया है और जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है। वहीं अंजलि के इलाज संबंधी कुछ डाक्यूमेंटस हमने हॉस्पिटल से एकत्रित किए हैंै जिनकी पूरी डिटेल मेडिकल बोर्ड को दी जाएगी। अभी तक की जांच में अंजलि मुख्य आरोपी है और जो दो अन्य महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, उनको सबूत मिटाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं जिन तीनों को 14 दिन के लिए कल न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। मामले की जांच अब भी जारी है, कुछ रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।