डॉ रविंद्र मलिक, India News, इंडिया न्यूज़, Japanese Course, चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में साल 2021 में जापानी भाषा के सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिला लिया था। उन्होंने इसको अव्वल श्रेणी में पास किया। यूनिवर्सिटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके 10 सीजीपीए में से 10 अंक आए हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि सीखने या पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती। कुछ दिन पहले संपन्न हुए यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में उनको कोर्स पूरा होने के बाद उनको डिग्री भी दी गई।
राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद ने उनको कोर्स की डिग्री देकर सम्मानित किया। सीएम ने अपने भाषण के दौरान संकेत दिया का वो महज सर्टिफिकेट कोर्स कर रूकने वाले नहीं हैं। इसके वो अगले पड़ाव वाले जापानी कोर्स में आगे की पढ़ाई करने के इच्छुक हैं। उन्होंने इस बात को भी साबित कर दिया कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती। इंसान चाहे तो कभी भी समय निकालकर कोई नया कोर्स या फिर बीच में छूट गई पढ़ाई पूरी कर सकता है।
मुख्यमंत्री के अलावा कई सीनियर आईएएस और अन्य कैडर के अधिकारियों ने जापानी के सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिला लिया था। उस वक्त मुख्यमंत्री के अलावा हरियाणा सरकार और स्वायत्त संस्थान के 5 अन्य उच्चाधिकारियों ने भी जापानी संस्कृति एवं भाषा के बेसिक सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिला लिया था। कोर्स की अवधि 3 माह की थी। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आईएएस वी. उमाशंकर ने भी कोर्स में दाखिला लिया था। दीक्षांत समारोह वाले दिन वो व्यस्तता के चलते इसमें शिरकत नहीं कर पाए।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से बताया गया कि उनकी डिग्री संस्थान की तरफ से उनको भेज दी जाएगी। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने भी कोर्स में दाखिला लिया था। साथ ही आईआरएस योगेंद्र चौधरी, पवन कुमार और आईएफएस अनंत प्रकाश पांडेय ने भी कोर्स में दाखिला लिया था और कोर्स पूरा किया। इनके अलावा पूर्व होम सेक्रेटरी एसएस प्रसाद ने पद पर रहते हुए केयूके से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की थी। इनके अलावा राजन गुप्ता ने भी यहीं से एलएमएम की थी। अशोक खेमका ने पीयू से लॉ की पढ़ाई की थी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल को रोल नंबर एक मिला था, जबकि कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को रोल नंबर तीन मिला था। वो कोर्स में दाखिला लेने वाले पहले विद्यार्थी बने थे। उनका शुरू से ही विदेशी भाषा सीखने के प्रति लगाव रहा है, इसलिए उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किए जापानी भाषा के कोर्स में दाखिला लिया था। सीएम मनोहर को ऑनलाइन जापानी भाषा कोर्स कंप्लीट करने के लिए सम्मान दिया गया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सम्मान दिया। वहीं केयू में स्वामी ज्ञानानंद को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया।
कार्यक्रम के बाद सीएम ने जापानी भाषा में अपना भाषण दिया। साथ ही उन्होंने इसके लिए कुलपति का धन्यवाद किया। दीक्षांत समारोह में उन्होंने जापानी भाषा में अपनी बात भी रखी। जापानी भाषा में उन्होंने भाषण देते हुए कहा कि मुझे शुरू से ही अतिरिक्त भाषाएं सीखने का शौक रहा है। इससे पूर्व में तमिल में सर्टिफिकेट कोर्स भी कर चुके हैं। इस बारे में उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा था कि भाषा एक ऐसी चीज है जिससे सामने वाले के साथ उसी की भाषा में वार्तालाप करते हैं तो घनिष्ठ संबंध बनता है।
जानकारी में सामने आया कि जापानी के कोर्स में कई स्टूडेंट्स को कई पहलुओं के बारे में पढ़ाया जाता है। कोर्स में जापानी इतिहास और संस्कृति के बारे में बताया जाता है। इसके अलावा जापानी जीवन मूल्य, जापानी के लेखन और उच्चारण की मूल बातें, बॉडी लैंग्वेज, जापानी शब्दावली और दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाले बुनियादी अभिवादन भी फोक्स रहता है। इनके अलावा कई अन्य पहलुओं को समझने के साथ-साथ सामान्य वाक्यांश और वाक्यों को पढ़ने में सक्षम होना सिखाया जाता है। कोर्स को ये भी उद्देश्य है कि इस कोर्स से भारत एवं जापान के बीच शिक्षा, शोध, व्यापार, रोजगार एवं संस्कृति के आदान-प्रदान के क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा हों और दोनों देश एक दूसरे के ज्यादा करीब आएं।
वहीं मालूम रहे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने भी उम्र को धत्ता बताते हुए 87 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की थी। एक कार्यक्रम में उस समय भिवानी पहुंचने पर हरियाणा शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों ने बड़े सम्मान के साथ पूर्व मुख्यमंत्री को दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट सौंपी थी।
इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने 2019 में 10वीं की परीक्षा दी थी, लेकिन किन्हीं कारणों से अंग्रेजी का पेपर नहीं दे पाए थे। अंग्रेजी विषय का परिणाम न आने के चलते हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उनका 12वीं का परिणाम भी रोक लिया था। फिर अगस्त 2021 में 10वीं का अंग्रेजी का पेपर दिया था जिसमें उन्होंने 88% अंक प्राप्त किए थे। जजपा नेता व विधायक ईश्वर सिंह ने भी कुछ समय पहले 73 साल की उम्र में केयूके से पॉलिटिकल साइंस में तीसरी एमए की थी। इसके अलावा पूर्व में कई साल पहले पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने 38 साल की उम्र में 12 क्लास की पढ़ाई पूरी की थी। उन्होंने बेटे के साथ परीक्षा की तैयारी की व पढ़ाई पूरी की थी।
केयूके के परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकुम सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऑनलाइन कोर्स की सभी क्लासेज अटेंड की। उन्होंने सबके सामने उदाहरण पेश किया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। उनका सीजीपीए 10 में से 10 रहा। साथ ही कोर्स पूरा करने के बाद उन्होंने भाषण भी जापानी भाषा में दिया।
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