होम / Ratnavali Festival 2022 : राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव का राज्यपाल ने किया शुभारंभ

Ratnavali Festival 2022 : राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव का राज्यपाल ने किया शुभारंभ

BY: • LAST UPDATED : October 29, 2022

इशिका ठाकुर, Haryana News (Ratnavali Festival 2022) : हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय (Governor Bandaru Dattatreya) ने राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव का शुभारंभ किया और कहा कि हरियाणा की संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रत्नावली महोत्सव का अहम योगदान रहा है। इस महोत्सव से युवाओं को प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत से आत्मसात करने का एक अवसर मिलता है और अच्छी शिक्षा और संस्कार भी मिलते हैं। यह महोत्सव निश्चित रूप से प्रदेश सरकार की सोच को अमलीजामा पहनाने का काम कर रहा है।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में युवा सांस्कृतिक एवं कार्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय रत्नावली महोत्सव में संबोधित कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, सांसद नायब सिंह सैनी, विधायक सुभाष सुधा, मशहूर अभिनेता सतीश कौशिक, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने हरियाणवी लोक कला प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया और सभागार में दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर 4 दिवसीय रत्नावली महोत्सव का शुभारंभ किया।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पगड़ी पहनाकर किया सम्मान

इस लोककला प्रदर्शनी में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पोस्टर व जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा तैयार किए गए रत्नावली बुलेटिन का विमोचन किया।

4 दिवसीय रत्नावली महोत्सव में प्रदेशभर से 32 विधाओं में भाग ले रहे

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने रत्नावली महोत्सव के शानदार आयोजन पर कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा और प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि 8 विधाओं और 300 कलाकारों से शुरू होने वाले रत्नावली महोत्सव ने एक बड़ा स्वरूप ले लिया है।

यह महोत्सव पूरे विश्व में पूरे हरियाणवी संस्कृति का परचम फहरा रहा है। इस महाकुंभ में अब 32 विधाओं में 3 हजार से ज्यादा लोक कलाकार अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। इस महोत्सव में युवा पीढ़ी के उत्साह को देखकर एक सुखद अहसास भी होता है कि आज युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति से दूर हट कर हरियाणवी संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं इस महोत्सव के माध्यम से युवा पीढ़ी हरियाणवी संस्कृति को सहेजने का काम भी कर रही है।

हरियाणवी लोक कला प्रदर्शनी की प्रशंसा

राज्यपाल ने हरियाणवी लोक कला प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि ग्रामीण आंचल में लोक कला को प्रदर्शित करने वाली यह प्रदर्शनी युवा पीढ़ी को अहसास करवा रही है कि हरियाणवी संस्कृति दुनिया में सबसे अव्वल है और आज प्राचीन संस्कृति और संस्कारों को अपनाने की जरूरत है। यह महोत्सव नैतिक मूल्यों का भी अहसास युवा पीढ़ी को करवा रहा है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा ने आर्थिक विकास, कानून व्यवस्था व सुशासन के मामले में नई छाप कायम की है। प्रदेश कृषि, शिक्षा, सुरक्षा, सेवा, स्वास्थ्य, सुशासन, खेल, आॅटो उत्पादन के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है। शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की की है। उच्च शिक्षा के लिए वर्तमान में चार दर्जन राज्य व निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालय हैं। यह और भी विशेष बात है कि हमारे सभी विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को पूरी तरह लागु करने के लिए तैयार हैं। आपके विश्वविद्यालय ने तो कई मानदंडों को लागू भी किया है। इसके लिए विश्वविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है।

फिल्म अभिनेता सतीश कौशिक ने की हरियाणा की नई फिल्म पॉलिसी की जमकर की प्रशंसा

वहीं बॉलीवुड के फिल्म अभिनेता एवं निर्देशक सतीश कौशिक ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से बनाई गई नई फिल्म पॉलिसी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस पॉलिसी के जरिए फिल्में बनाने पर सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इससे हरियाणवी सिनेमा जगत को एक नया मुकाम मिलेगा। इस रत्नावली महोत्सव के मंच पर बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखकर मन गद्गद हो गया।

कई वर्षों से हो रहा रत्नावली का आयोजन : कुलपति

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने मेहमानों और प्रदेश के कोने-कोने से आए कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पिछले कई वर्षों से रत्नावली महोत्सव का आयोजन कर रहा है। प्रदेशभर से युवा कलाकार इस सांस्कृतिक महाकुंभ में भाग ले रहे हैं।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का यह सांस्कृतिक उत्सव हरियाणा प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को यहां मंचित करने में सफल होगा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शुरुआत की है और वर्ष 2025 तक इसे विश्वविद्यालय में पूर्णतया लागू कर दिया जाएगा।

युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक डॉ. महासिंह पूनिया ने मेहमानों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि रत्नावली हरियाणा की संस्कृति का एक ऐसा महोत्सव है, जिसके लिए प्रदेश के सभी लोक कलाकार वर्ष भर इंतजार करते हैं। मैं ऐसे सभी कलाकारों को उत्साह, जोश व उनकी ऊर्जा के लिए उनका अभिनंदन करता हूं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग लगभग 3 दशकों से छात्रों में युवा प्रतिभा का मंचन, हरियाणा की संस्कृति के पोषण एवं मंचन हेतु अनेक कार्यक्रम आयोजित करता आया है। रत्नावली हरियाणा के जन-जन तक पहुंचे इसके लिए प्रयास किया गया है। यूनिवर्सिटी सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष डॉ. रामपाल सैनी ने सभी मेहमानों का आभार प्रकट किया। रत्नावली के मुख्य मंच का संचालन डॉ. विवेक चावला ने किया।

कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से सबका मन मोहा

 

इस उद्घाटन सत्र में लूर नृत्य की प्रस्तुति देकर कलाकारों ने दर्शकों की खूब वाह-वाह लूटी। इस मौके पर उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र भौरिया, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन, प्रो. बृजेश साहनी, प्रो. संजीव अग्रवाल, डॉ. दीपक राय बब्बर, डिप्टी डायरेक्टर डीवाएसीए डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. जितेन्द्र जांगडा सहित डीन, डायरेक्टर, अधिकारी, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारी, वॉलिंटियर,विद्यार्थियों सहित अन्य लोग मौजूद थे।

ये भी पढ़ें : Haryana Jan Chetna Party (V) के अंबाला जिला परिषद के 5 वार्डों से उम्मीदवार घोषित

Connect With Us : Twitter, Facebook

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT