India News Haryana (इंडिया न्यूज), Strict Instructions For Farmers : कृषि विभाग हरियाणा द्वारा हर सीजन में किसानों को खास हिदायत दी जाती है की धन के अवशेषों न लगाएं, इससे वायु प्रदूषण के साथ-साथ फैले धुएं के साथ सड़क हादसे भी हो रहे है, आसपास खड़ी फसल में भी आग लगने की संभावना बानी रहती है और स्वास्थ्य पर भी गलत प्रभाव पड़ता है। भूमि की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा समय समय पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं, बावजूद इसके हरियाणा में धान की कटाई के साथ ही पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं।
किसानों की इस लापरवाही को देखते हुए विभाग ने सख्त कदम उठाया है। कृषि विभाग हरियाणा की तरफ से एक निर्देश जारी किया गया है। निर्देश के अनुसार कि जो किसान पराली जला रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी जाएगी और उनके खेत के रिकॉर्ड में एक रेड एंट्री दर्ज की जानी जाएगी। वहीं पराली जलाने वाले किसान अगले दो सीजन के दौरान ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से मंडियों में अपनी फसल नहीं बेच पाएगा।
हरियाणा सरकार ने दो दिन पहले ही यह आदेश निकाला था कि जो किसान पराली जलाएगा, उस पर एफआईआर होगी और वह अपनी फसल मंडियों में नहीं बेच पाएगा। किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सख्ती दिखाते हुए आदेश निकाला था कि जो किसान पराली जलाएगा, उस पर एफआईआर होगी और वह अपनी फसल मंडियों में नहीं बेच पाएगा।
इस तरह पराली जलाने वाले किसानों की फसल एमएसपी पर नहीं बिक सकेगी। वहीं शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कार्यभार संभालने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हरियाणा में किसान पराली नहीं जलाएंगे। किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए अधिकारी उन्हें समझाएंगे।
Fire Accident: भीषण दुर्घटना! आग ने मचाई भारी तबाही, शराब की दुकान जलकर खाक
Stubble Burning: कृषि विभाग और थाना प्रभारियों को निर्देश, पराली जलाने के दोषियों पर होगा सख्त एक्शन