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Stubble Burning: सरकार की सख्ती के बाद घटे पराली जलाने के मामले, इस क्षेत्र में किसानों पर हुए नए FIR

• LAST UPDATED : October 24, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: हरियाणा में प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, खासकर हवा की गुणवत्ता के मामले में। हाल के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के नौ जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 100 से 200 के बीच पहुंच गया है, जो यलो जोन में आता है। सरकार की विभिन्न योजनाओं और दावों के बावजूद स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

19 अक्तूबर से शुरू है कार्रवाई

हालांकि, पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 19 अक्तूबर से सख्त कार्रवाई शुरू की है। इसके चलते हाल में पराली जलाने के मामलों में कमी देखने को मिली है। पिछले पांच दिनों में कुल 54 नए मामले सामने आए हैं। विशेष रूप से कैथल, कुरुक्षेत्र और करनाल जैसे हॉट स्पॉट्स में पराली जलाने की घटनाएं घट रही हैं, जो सकारात्मक संकेत है।

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11 किसानों की ‘रेड एंट्री’

सरकार ने किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 11 किसानों की ‘रेड एंट्री’ की है। इसके अलावा, 34 नई एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। अब तक राज्य में कुल 385 किसानों की रेड एंट्री की गई है और 127 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसके तहत 332 चालान किए गए हैं, जिसमें से किसानों से 8,40,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

अब तक इतना पहुंचा मामला

पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या अब 680 तक पहुंच गई है। यह आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि यदि सरकार सख्त कदम उठाए और किसानों को जागरूक करे, तो पराली जलाने की समस्या में काफी कमी लाई जा सकती है। परंतु, दीर्घकालिक समाधान के लिए एक व्यापक रणनीति की आवश्यकता है, ताकि प्रदूषण की स्थिति को स्थायी रूप से नियंत्रित किया जा सके।

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