India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: हरियाणा में पराली जलाने के खिलाफ सख्ती बढ़ा दी गई है, जिसके तहत 336 किसानों की रेड एंट्री की गई है। कृषि विभाग ने सभी जिलों के डीसी को निर्देश दिए हैं कि पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज की जाए और उनके खेतों को रेड एंट्री में शामिल किया जाए।
हाल ही में, 12 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 42 चालान किए गए। अब ये किसान अगले दो सीज़न तक “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल के माध्यम से मंडियों में अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे। सरकार की इस पहल के बावजूद पराली जलाना लगातार जारी है। जीटी रोड के आसपास करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और सिरसा जैसे जिलों में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में 26 नए मामले दर्ज हुए हैं, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक हैं। उदाहरण के लिए, जींद में 44 मामले, कैथल में 123 मामले, और करनाल में 69 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। प्रशासन की सख्ती के बावजूद किसानों में पराली जलाने की प्रवृत्ति कम नहीं हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस सख्ती की आलोचना करते हुए कहा कि यह किसान विरोधी फैसला है। उन्होंने सरकार से मांग की कि पराली की एमएसपी तय की जाए और किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाए। उनके अनुसार, सरकार को पराली का सही प्रबंधन करना चाहिए, ताकि इसे ईंधन और अन्य उत्पादों में बदला जा सके। सरकार को किसानों की वास्तविक समस्याओं को समझते हुए व्यावहारिक समाधान पर ध्यान देने की आवश्यकता है।