India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana News: हरियाणा की सरकार ने हरियाणा की जनता की सदस्याओं को सुनकर उनका समाधान निकालने के लिए समाधान शिविर लगवाए। लेकिन ये शिविर काम ना आ सकी। ऐसा हरियाणा की जनता का कहना है। जी हां, लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए नगर निगम में लगाए जा रहे समाधान शिविर महज खानापूर्ति बन गए हैं। इन शिविरों में समस्याएं तो अपार हैं, लेकिन समाधान शून्य है। लोगों का आरोप है कि वो समस्याओं के समाधान के लिए इस शिविर में तो जाते हैं, लेकिन समाधान तो नहीं बल्कि समाधान की एक नई तारीख जरूर लेकर आ जाते हैं। यही कारण है कि जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र में मामूली करेक्शन किए जाने की समस्या भी अब समाधान शिविर में पहुंचने लगी है। जिसने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
शहर में बाहें फैलाए खड़ी सीवर की समस्या का भी निगम अधिकारी व कर्मचारी समाधान करने में मानों विफल हो रहे हैं। हालात यह तक हो गए हैं कि अधिकारियों ने सीवर समस्या के आगे घुटने ही टेक दिए हों। यही कारण है कि सीवर समस्या का अस्थाई तौर पर समाधान किया जा रहा है। अधिकारी भविष्य की प्लानिंग करने की बजाय वर्तमान के हालातों पर ही डीपीआर पर डीपीआर तैयार कर खानापूर्ति करने में जुटे हैं। भविष्य की संभावनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर अधिकारी लीपापोती भी करते नजर आए।
हरियाणा में लगाए गए समाधान शिविर किसी काम ना आ सकें। इस बात का कहना हरियाणा की जनता का है। सीवर समस्या के सामने अधिकारी भी घुटने टेक गए । वहीं समस्या का समाधान न करने वाले अधिकारी को MCG कमिश्नर का नोटिस भी जारी हुआ है। इतना ही नहीं महीनों तक चक्कर लगाने के बाद भी शिविर में लोगों को तारीख मिल रही हैं ।