India News Haryana (इंडिया न्यूज), TB Free Campaign : हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने बताया कि देश से टीबी की बीमारी को ख़त्म करने का अभियान कल 7 दिसंबर से पंचकुला से शुरू किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा करेंगे। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित रहेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भारत में टीबी को खत्म करने की दिशा में केंद्र सरकार का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय एक निर्णायक कदम उठाते हुए अन्य सहयोगी प्रमुख विभागों के साथ मिलकर “100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान” शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि यह अभियान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत भारत में तपेदिक (टीबी) अधिसूचना और मृत्यु दर की चुनौतियों का समाधान करके इस बीमारी को समाप्त करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
कुमारी आरती सिंह राव ने बताया कि कल से शुरू होने वाला यह अभियान देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 347 जिलों में लागू किया जाएगा। इस कार्यक्रम को टीबी के मामलों का पता लगाने, उपचार में होने वाली देरी को कम करने और विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों ( हाई रिस्क ग्रुप्स ) में उपचार के परिणामों में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में इस बीमारी से निपटने की गतिविधियों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की यह पहल टीबी मुक्त भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में दिल्ली में हुई “टीबी-उन्मूलन” समिट में रखा था। उसी समय से, देश भर में टीबी की रोकथाम, निदान और उपचार सेवाओं को मजबूत करने के लिए कार्यक्रम द्वारा कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे जानकारी दी कि इस 100 दिवसीय अभियान में टीबी मामलों की दर, उपचार कवरेज और मृत्यु दर जैसे प्रमुख संकेतकों ( Key Output Indicators ) के प्रदर्शन में सुधार की परिकल्पना की गई है।
यह मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए नीतिगत सुधारों के अनुरूप भी है, जिसमें टीबी रोगियों के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत वित्तीय सहायता में वृद्धि और प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में सामाजिक पहल सहायता के तहत घरेलू संपर्कों को शामिल करना शामिल है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में टीबी के उन्नत निदान तक पहुंच बढ़ाना, कमजोर समूहों के बीच लक्षित जांच, उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए विशेष देखभाल और विस्तारित पोषण सहायता के प्रावधान पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह पहल देश भर में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के विशाल नेटवर्क का लाभ उठाएगी, जिन्होंने टीबी सेवाओं को अंतिम छोर तक सुलभ कराया है।
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