India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Weather : मौसम विभाग के भविष्यवाणी के अनुरूप शुक्रवार तड़के से हो प्रदेश भर के कई जिलों में लगातार करीब 15 घंटों से कभी तेज और कभी रिमझिम बरसात ने सामान्य जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। लगातार हुई बरसात ने जहां ठिठुरन को बढ़ा दिया, वहीं खेत में कड़ी गेहूं व चने की फसल के लिए संजीवनी का काम किया है। जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे। तेज हवा के साथ हुई बारिश से रेवाड़ी का अधिकतम तापमान 14.5 डिग्री तक पहुंच गया।
जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने विक्षोभीय बदलाव के चलते 26 व 27 दिसंबर को बरसात तथा कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि की संभावना जताई थी। इसी के चलते शुक्रवार तडक़े करीब तीन बजे से बूंदाबांदी का दौर प्रारंभ हो गया था। तडक़े करीब पांच-छह बजे जब लोगों की नींद खुली तो इंद्र देवता की मेहरबानी शुरु हो चुकी थी। हलकी बूंदाबांदी से सड़कें गीली हो चुकी थी। इसके उपरांत बरसात का जो दौर शुरु हुआ, वह शुक्रवार सायं करीब सात बजे तक बदस्तूरक जारी रहा। दिन निकलने के साथ ही बरसात का दौर कभी तेज तथा कभी धीमी गति से चलना प्रारंभ हो गया। अपने कार्यों पर जाने वाले को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बरसात के चलते अधिकांश स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी कम देखी गई। बरसात के लगातार जारी रहने से शहर के बाजारों व सडक़ों पर नजारा बदला-बदला सा नजर आया। सब्जी मंडी व अन्य बाजारों सहित तमाम मार्केट में व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। जरुरी कार्यों के लिए अलावा किसी ने भी घरों से बाहर निकलना उचित नहीं समझा। दिनभर हुई बरासत के चलते नई सब्जी मंडी, मॉडल टाउन, नई बस्ती, नई आबादी, शक्ति नगर समेत अनेक निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। जिसके चलते दुपहिया तथा पैदल चलने वाले लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। बरसात के साथ-साथ चली तेज हवा ने मौसम में ठिठुरन को और बढ़ा दिया। अनेक स्थानों पर लोग अलाव जलाकर सर्दी को दूर भगाते भी दिखाई दिए।
शुक्रवार को हुई बरसात खेतों में उगी फसलों के लिए वरदान साबित हुई। इस समय किसानों ने अपने खेतों में सरसों व गेहूं की फसलों के साथ सब्जियां उगाई गई है। रूक-रूक कर हो रही बरसात फसलों की जड़ों तक जाकर फायदा पहुंचा रही है। यह बरसात फसलों के लिए सोने का काम कर रही है। किसानों का कहना है कि सरसों के फूल निकलने से पूर्व नवम्बर माह में बरसात होती थी। लेकिन इस बार नवम्बर माह में एक भी बरसात नहीं हुई। जिसके कारण उन्हें पानी खरीदकर फसलों को देना पड़ा। इस समय सरसों के फूल निकल आए हैं और दूसरी बार पानी देने का समय आ गया था। उन्हें काफी दिनों से बरसात का इंतजार था। शुक्रवार को हुई बरसात उनकी फसलों के बहुत फायदेमंद है।
मौसम विभाग के अनुसार दो दिन बरसात के बाद आगामी कुछ दिनों तक अब सर्दी के सितम में बढ़ोतरी होगी और कोहरे का भी जोर रहेगा। जिससे बाजारों में गर्म कपड़ों के साथ-साथ हीटर व गीजर आदि की डिमांड भी बढ़ेगी। दिसम्बर का आखिरी सप्ताह चल रहा है। लेकिन सर्दी कम होने के कारण व्यापारियों का गर्म कपड़ों का माल नहीं बिक रहा था। लेकिन अब व्यापारियों को उम्मीद है कि सर्दी बढ़ेगी और उनका माल बिकेगा।
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