India News Haryana (इंडिया न्यूज), National Integration Camp Jind : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में राष्ट्रीय एकता शिविर के सप्त दिवसीय कैंप में आज पांचवें दिन राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला जी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें भिन्न-भिन्न राज्यों से आए हुए स्वयंसेवकों ने अपने-अपने राज्य से जुड़ी संस्कृति व नारी को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए नारी शक्ति से संबंधित नाटक को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ-साथ सभी राज्यों से आये स्वयंसेवकों ने एक सूर में “देश हमें देता है सब कुछ, हम भी तो कुछ देना सीखें” गीत को बहुत ही मधुर तरीके से गाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला ने सभी विद्यार्थियों का जीन्द की धरा पर स्वागत किया और सभी को अपना आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत का युवा देश की उन्नति का आधार है। यदि इस ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग किया जाए, तो सोने की चिड़िया कहा जाने वाला भारत विश्व में फिर से नई ऊंचाइयों को छू सकता है। युवा शक्ति के सही मार्गदर्शन और समर्थन से भारत को “विश्वगुरु” बनाने का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में जितने भी स्वयंसेवकों के संगठन उनका हर एक स्वयंसेवक बहुत ही अनुशासन से अपना कार्य करता है उठने से लेकर रात को सोने तक प्रत्येक कार्य समयबद्ध होता है।
एक स्वयंसेवक अपने जीवन में अगर कुछ भी ठान ले तो वह कार्य करना उसके लिए बहुत ही सरल होता है क्योंकि एक स्वयंसेवक का संकल्प बहुत ही मजबूत होता है और संकल्प शक्ति से कुछ भी किया जाना संभव है। विश्व में आज तक जितनी भी महान हस्तियां हुई है वे सभी संकल्प शक्ति के कारण हुई है| उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवा के लिए भारत का इतिहास पढ़ना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अपने देश में नालंदा विश्वविद्यालय जैसे बहुत सारे ऐसे प्राचीन समय के महापुरुष भी रहे हैं जिनसे हमें जीवन में आगे बढने की प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विषय में बताते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद अपनी बुद्धि के साथ-साथ अपने शरीर का भी बहुत ध्यान रखते थे, क्योंकि संपूर्ण विकास के लिए व्यक्तित्व विकास होना बहुत जरूरी है।
अंत में उन्होंने अपने संबोधन के समापन पर उन्होंने कहा कि
“लोहे के पेड़ हरे होंगे, तू गान प्रेम का गाता चल,
नम होगी यह मिट्टी ज़रूर, आँसू के कण बरसाता चल।”
शिविर में श्रीमान कृष्ण ने कहा कि भारत का युवा देश की सबसे बड़ी शक्ति और भविष्य का निर्माणकर्ता है। वर्तमान में भारत विश्व का सबसे युवा देश है, जहां लगभग 65% जनसंख्या 35 वर्ष से कम उम्र की है। यह युवा वर्ग न केवल भारत के विकास का आधार है, बल्कि दुनिया को नई दिशा देने की क्षमता भी रखता है।
स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी है। भारतीय युवा नए विचारों और नवाचारों के माध्यम से देश को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से सशक्त बना रहे हैं। इस अवसर पर जींद जिला के भाजपा अध्यक्ष तेजेंद्र, सचिव, नंदीशाला समिति जींद जय भगवान नंबरदार पिंडारा, ललित, कोटक बैंक, स्टेट हेड, सचिन, सीनियर बैंक मैनेजर, कोटक व अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलपति डॉ रणपाल सिंह ने मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया और 14 राज्यों से आए सभी स्वयंसेवकों को अगर विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो उसके विषय में तुरंत उन्हें बताने के लिए कहा, उन्होंने बताया कि उन्होंने विश्वविद्यालय में एनएसएस की छात्राओं के लिए इंटरनेशनल गेस्ट हाउस में रुकने की व्यवस्था की गई है, जोकि भिन्न-भिन्न राज्य से आई हुई बेटियों के लिए बहुत ही सुरक्षित स्थान है, उन्होंने ‘अतिथि देवो भव:’ कह कर कहा कि बाहर से आये हुए सभी स्वयंसेवक हमारे लिए अतिथि है और अतिथि का सभी को सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर एनएसएस संयोजक डॉ जितेन्द्र कुमार ने सभी गणमान्यों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया।