India News Haryana (इंडिया न्यूज), Stubble Burning: सिरसा जिले में पराली जलाने की घटनाएं एक बार फिर बढ़ने लगी हैं, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए कृषि विभाग और जिला प्रशासन ने कठोर कदम उठाए हैं।
हाल ही में, कृषि विभाग ने 21 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है और उन्हें पराली जलाने के मामले में कुल 32,500 रुपये का जुर्माना भी किया है। इसके अलावा, उन किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, जो पराली जलाने की आदत छोड़ने को तैयार नहीं हैं। कृषि विभाग और जिला प्रशासन अब किसानों को जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चला रहे हैं। इसके तहत गांव-गांव प्रचार कमेटियां बनाई गई हैं, जो किसानों को पराली जलाने के नुकसान और इसके वैकल्पिक उपायों के बारे में समझा रही हैं।
कृषि उपनिदेशक डॉ. सुखदेव कंबोज ने बताया कि किसानों को पराली जलाने के बजाय उसके प्रबंधन पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा, अधिकारियों और कर्मचारियों को दिन-रात गांवों में ड्यूटी पर लगाया गया है, ताकि वे किसानों की मदद कर सकें और उन्हें सही जानकारी प्रदान कर सकें। कृषि विभाग ने किसानों को पराली प्रबंधन के लिए प्रोत्साहन राशि भी घोषित की है। जो किसान पराली को जलाने के बजाय उसे मिट्टी में मिलाएंगे या गांठ बनाएंगे, उन्हें प्रति एकड़ 1,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इसके साथ ही, रेड जोन में शामिल गांवों की पंचायत को 1 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। सिरसा जिले के 11 गांवों को रेड जोन में रखा गया है। इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को बचाना और किसानों को पर्यावरण अनुकूल कृषि प्रबंधन के तरीकों के प्रति जागरूक करना है।