India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rao Inderjit Singh: हरियाणा चुनाव से पहले ही केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjit Singh) ने बातों बातों में ही CM पद के कुर्सी की इक्छा सामने रख दी है। राव इंद्रजीत ने कहा कि जनता की इक्छा है कि मुख्यमंत्री मैं बनूं, लेकिन मतदान से जनता ही फैसला सुनाती है। अभी हालिया मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हैं। पार्टी का शीर्ष उद्देश्य जो भी कहता है उसे स्वीकार करना पड़ता है। हरियाणा विधानसभा के 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को चुनाव होने है, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिदृश्य में राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिण हरियाणा की राजनीति पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। राव ने कहा कि यदि दक्षिण हरियाणा के लोगों ने 2014 और 2019 के चुनावों में भाजपा को समर्थन नहीं दिया होता, तो मनोहर लाल खट्टर दो बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाते। यह टिप्पणी रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव के नामांकन पत्र को जमा कराने के दौरान की गई। नामांकन के समय भाजपा कार्यालय से काफिला निकलते ही हजारों कार्यकर्ताओं और समर्थकों का हुजूम देखने को मिला।
राव इंद्रजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टिकट न मिलने से कुछ भाजपा कार्यकर्ता नाराज हैं और बागी होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। इससे पार्टी की भीतरखाने की राजनीति और संभावित विभाजन को लेकर चिंता जताई जा रही है। इस साल मार्च में, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटा कर नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया था। हालांकि, बाद में खट्टर को मोदी सरकार में शामिल कर लिया गया, जिससे राजनीतिक परिस्थितियों में और बदलाव आया।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के अनुसार इस बार कुल 2,02,24,958 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। इनमें 1,07,11,926 पुरुष, 95,12,574 महिला और 458 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। 18 से 19 साल की उम्र के 5,01,682 युवा मतदाता भी इस बार मतदान करेंगे।
इसके अलावा, 1,48,508 दिव्यांग मतदाता और 85 वर्ष से अधिक आयु के 2,30,967 मतदाता हैं। 100 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 8,818 है, और 20 से 29 साल के आयु वर्ग के 41,86,591 मतदाता हैं। इस प्रकार, चुनावी प्रक्रिया में व्यापक बदलाव और मतदाता संख्या का ये विवरण आगामी चुनावों के महत्व को और बढ़ा देता है।