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Haryana Assembly Elections : दिव्यांगों और बुजुर्गों में भी दिखा लोकतांत्रिक प्रणाली पर्व का जज्बा

• LAST UPDATED : October 5, 2024
  • किसी का पौते बने सहारा, तो दादी आई पौते की गोद में
  • मत का प्रयोग कर हर कोई खुश, जिंदगी में मौका मिला फिर डालेंगे वोट

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Elections : हरियाणा की 15वीं विधानसभा के लिए शनिवार को बुजुर्गों में मतदान को लेकर जोश कम नही हुआ। बुजुर्ग अपने बेटों, पोतों के संग मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंचे। हालांकि बुजुर्गो तथा दिव्यांगों के लिए मतदान केंद्रों पर विशेष प्रबंध किए गए थे।

किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, व्हीलचेयरों का प्रबंध किया गया था तो मतदान केंद्रों के बाहर बुजुर्गो तथा दिव्यांगों के लिए कुर्सियों का प्रबंध भी किया गया था। कोशिश यही थी कि दिव्यांग तथा बुजुर्गो को मतदान के लिए इंतजार न करना पड़े। साथ ही वालेंटियरों की डयूटी भी लगाई गई थी जो बुजुर्गो को पानी पिला रहे थे। बुजुर्गों तथा दिव्यांगों को वाहनों से मतदान के लिए लाया जा रहा था। कोई बाइक पर बुजुर्गों को ला रहा था तो कोई जुगाड़ के साथ के साथ परिवार समेत मतदान करने पहुंच रहा था।

Haryana Assembly Elections : जब तक वह जिंदा है, तब तक मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लेता रहेगा

राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को मतदान के लिए बेटा अपने पिता को बाइक पर बैठा कर लाया। इसी तरह फूलो देवी, पुत्रवधु कमलेश तथा पोत्रवधु अंजू के साथ पहुंची। वहीं अमर सिंह भी परिवार के साथ आया। हालांकि उसे कम दिखाई दे रहा था और चलने में भी दिक्कत थी। जिसके चलते वह सहारा लेकर पहुंचा। अमर सिंह ने कहा कि उन्होंने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। वोट का बहुत बड़ा महत्व है, जब तक वह जिंदा है तब तक मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा लेता रहेगा।

सब जरूरी काम छोड़ कर पहले मतदान किया

वहीं गांव मोरखी निवासी 80 वर्षीय फूल कौर अपने पति अमर सिंह के साथ बूथ पर मतदान करने के लिए पहुंची। दोनों ने मतदान किया। फूल कौर ने कहा कि वोट किसको देना है यह तो सलाह घर पर हुई थी। उसने अपने मनपसंद प्रत्याशी को बेटे की सहायता से वोट दिया है। वहीं अमर सिंह ने कहा कि उन्होंने सब जरूरी काम छोड़ कर पहले मतदान किया है।

 

Haryana Assembly Elections

वो अपनी पत्नी के साथ गांव के सरकारी स्कूल में बने मतदान केंद्र पर पहुंचे। भगवान ने उसको सबकुछ दिया है और वह जो मिला उससे संतुष्ट भी है। लोगों के पास है क्या, वोट ही तो है, जो सरकार में हिस्सेदारी बनाती है। लोग आजकल सरकार से लेना चाहते हैं लेकिन बदले में कुछ नही देते हैं। वोट हर किसी को डालना चाहिए, जब तक उसकी सांसे चलेंगी वे मतदान करने जरूर पहुंचेंगे।

अंतरआत्मा की आवाज पर दिया वोट

कृष्णा कालोनी निवासी 60 वर्षीय प्रमिला देवी अपने पौतों के साथ जाट स्कूल में मतदान के लिए पहुंची। प्रमिला देवी ने बताया कि कुछ समय पहले उसकी आंखों की रोशनी चली गई थी। जागरूकता के चलते उसने वोट डालने का निर्णय लिया है। शनिवार सुबह अपने पौतों के साथ मतदान करने के लिए यहां पहुंची। उसने अंतरआत्मा की आवाज पर अपने मत का प्रयोग किया है। वहीं राजनगर निवासी सुमित्रा ने कहा कि उसकी उम्र 70 वर्ष हो चुकी है और वह चलने, देखने तथा सुनने में थोड़ी दिक्कत है।

दादी ने बोला, पोती ने बटन दबाया

उसका बेटा सुरेश उसकी बाजू पकड़कर अपने साथ लाया और मतदान केंद्र पर ले जाकर मतदान करवाया। वह बताती हैं कि उन्होंने हर बार अपने वोट का प्रयोग किया है। शनिवार सुबह वोट डालने की बात हुई तो उन्होंने अपने बेटे को मतदान केंद्र पर चलने के लिए कहा। वह अपने वोट का प्रयोग कर खुश है। सैनी मौहल्ला निवासी कमला ने बताया कि उनका मतदान केंद्र पुरानी सब्जी मंडी सैनी धर्मशाला में है। उन्होंने अपनी पोती को साथ लिया और मतदान करने के लिए पहुंची। यहां उसने व्हीलचेयर ली और फिर मतदान किया। वह अपने वोट को डाल कर बहुत खुश है। उसने बोला और पोती ने बटन दबा दिया।

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