India News Haryana (इंडिया न्यूज), Haryana News : पुलिस व प्रशासन द्वारा वाहन चालकों को कोहरे व धुंध के मौसम में सड़क हादसों से बचाव के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाते है, लेकिन खुद प्रशासन इस बारे में कितना संजीदा है इसका प्रमाण प्रदेश भर के सड़क मार्गों पर पर देखने को मिल रहा है। खासकर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र और लोकल रूट्स के सड़क मार्गो पर संकेतक, सफेद पट्टिया व तंग मोड पर रिफलेक्टर आदि न लगे होने, सड़क मार्ग के बीचोंबीच बने गड्डे प्रशासन व लोकनिर्माण विभाग द्वारा कोहरे व धुंध के मौसम में वाहन चालकों को हादसे से बचाने के दावों की पोल खोल रहे है।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन व सरकार की ओर से हर वर्ष कोहरे व धुंध के मौसम में सड़क मार्गों पर तंग मोड़ पर संकेतक व रिफ्लेक्टर आदि लगाने, सफेद पट्टी लगवाने बारे आदेश जारी किए जाते है। विभाग द्वारा कागजों में बजट की पूर्ति कर दी जाती है तथा उक्त काम पूरा दिखा दिया जाता है जबकि हकीकत में कोई काम नहीं होता।
सतनाली क्षेत्र में विभिन्न मुख्य सड़क मार्गो पर करीब दर्जनों मोड़ ऐसे है जहां विभाग द्वारा आज तक न तो कोई संकेतक लगाए गए है न ही सड़क मार्गो पर पर्याप्त सफेद पट्टियां है। यदि किसी मार्ग पर सफेद पट्टियां है तो वहां पट्टी दिखाई भी नहीं देती तथा धुंधली हो चुकी है। ऐसे में वाहन चालकों को सड़क मार्ग का पता ही नहीं चल पाता तथा वाहन सड़क के दूसरे किनारे पर चला जाता है जिससे हादसे की संभावना बन जाती है।
कोहरे के मौसम में अधिकांश हादसे इसी कारण होते है। सतनाली-दादरी रोड़ पर सफेद पट्टी न होने के कारण ही वाहन चालक को इस बात का अंदाजा नहीं लग पाया कि वाहन किस दिशा में जा रहा है। गौरतलब है कि लोगों व वाहन चालकों ने बताया कि कोहरे व धुंध के मौसम में वाहन चालकों के चलने का एकमात्र सहारा सफेद पट्टी ही होती है जिसके माध्यम से वाहन चालक धुंध के समय अपनी दिशा तय करता है, परंतु जब मार्ग पर सफेद पट्टी ही न हो या धुंधली हो तो हादसों पर लगाम कैसे लगेगी। वाहन चालकों व लोगों ने प्रशासन व विभाग से सभी सड़क मार्गों पर सफेद पट्टियां लगवाने की मांग की है ताकि हादसे की संभावना न रहे।