India News Haryana (इंडिया न्यूज), Panipat Crime : पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए पानीपत पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर आसन कला निवासी रिफाइनरी के कांट्रेक्टर से 1 करोड़ रूपए रंगदारी मांगने की वारदात का पर्दाफास कर तीन आरोपियों को काबू किया। आरोपियों की पहचान संदीप निवासी आसन कला, कमल निवासी शेरा व सौरभ निवासी मतलौडा के रूप में हुई।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने शुक्रवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि थाना मतलौडा की थर्मल चौकी में 12 नवम्बर को आसन कला गांव निवासी वीरेंद्र पुत्र रामकिशन ने पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि वह रिफाइनरी में ठेके लेकर काम करता है। 8 नवम्बर को बाद दोपहर उसके मोबाइल पर एक विदेशी नंबर से व्हाट्सअप कॉलआई। उसने कॉल रिसीव की तो कॉलर ने उसका नाम लेकर बात करते हुए कहा वह उसे व उसके पूरे परिवार को जानता है।
कॉलर ने धमकी देते हुए कहा वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग से बोल रहा है। कॉलर ने उससे 1 करोड़ रूपय की रंगदारी मांगी। रूपए न देने पर उसको व पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। कॉलर ने धमकी को हल्के में न आंकने की धमकी दी। पहले उससे लगा कोई उसके साथ मजाक कर रहा है। अगले दिन कॉलर ने उसी नंबर से दोबारा वॉट्सअप कॉल कर धमकी दी। पुलिस ने रंगदारी मांगने की वारदात के संबंध में शिकायत मिलते ही थाना मतलौडा में मुकदमा दर्ज कर लिया था।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सीआईए वन प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप व उनकी टीम को जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए थे। पुलिस टीम ने विभिन्न पहलुओं पर गहनता से छानबीन करते हुए जिस नंबर से धमकी भरी कॉल आई थी उसकी डिटेल्स निकलवाई।
काफी लोगों से पूछताछ की और साथ ही अपने सभी गुप्त सोर्स एक्टिव कर मिले विशेष इनपुट के आधार पर वारदात का पटाक्षेप करते हुए वीरवार देर शाम आसन खुर्द मोड़ से स्कार्पियों सवार आरोपी संदीप पुत्र बीरमपाल निवासी आसन कला, कमल पुत्र रामफल निवासी शेरा व सौरभ निवासी मतलौडा को काबू किया। पूछताछ में आरोपियों ने रंगदारी मांगने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों से खुलासा हुआ आरोपी संदीप मामले में पीड़ित वीरेंद्र का पड़ोसी है। उसका काफी समय से मामले में पीड़ित वीरेंद्र के साथ झगड़ा चल रहा है। आरोपी संदीप ने लड़ाई झगड़े की रंजिश रखते हुए परेशान करने व शार्टकट तरिके से पैसे कमाने की मंशा से साथी आरोपी कमल व सौरभ के साथ मिलकर साजिश रची।
आरोपी सौरभ का दोस्त किवाना गांव निवासी सुमित स्टडी बेस पर आस्ट्रेलिया के सिडनी गया हुआ है। तीनों आरोपियों ने वॉटसअप कॉल से सुमित से बात कर उसको लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से रंगदारी मांगने के लिए तैयार किया और उससे वीरेंद्र को वॉटसअप कॉल करवाकर लॉरेंस बिश्नोई गैग के नाम से रंगदारी मांगने की वारदात को अंजाम दिया।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि आरोपी संदीप का पहले भी आपराधिक रिकार्ड रहा है। आरोपी संदीप के खिलाफ कुरुक्षेत्र में आपराधिक वारदातों के 6 मामले दर्ज है। इनमे मारपीट, हत्या का प्रयास व दुष्कर्म की वारदात शामिल है। इसके अतिरिक्त आरोपी के खिलाफ पंजाब के पटियाला में किडनैपिंग व फिरौती मांगने का एक मामला दर्ज है।
आरोपी उक्त मामले में पांच साल पंजाब की पटियाला जेल में रहने के बाद करीब 8 महीने पहले जेल से बेल पर बाहर आया था। उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया पुलिस ने शुक्रवार को तीनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ करेंगी।